कोरबा: करीब एक दशक के लंबे अंतराल के बाद छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल, पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने जा रहा है. मार्च 2025 में होने जा रही कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र का ब्लूप्रिंट आ गया है. इस परीक्षा में कक्षा 5वीं के बच्चे दो घंटे में 40 अंकों का प्रश्नपत्र हल करेंगे. दस अंक प्रोजेक्ट वर्क के होंगे. इस तरह एक प्रश्न पत्र 50 अंकों का होगा. इसी तरह कक्षा 8वीं में कुल 100 अंक होंगे, जिसमें से 80 अंक लिखित परीक्षा के होंगे और 20 अंक प्रैक्टिक्ल के लिए रखे गए हैं.
जिला स्तर पर तैयार होंगे प्रश्न पत्र: माध्यमिक शिक्षा मंडल ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रश्नपत्र जिला स्तर पर तैयार होंगे. जिसमें हर प्रश्नपत्र को 40-40-20 के फॉर्मूले पर तैयार किया जाएगा. शुरुआत के 40 फीसदी प्रश्न बेसिक और बेहद सरल होंगे, जिनको कमजोर बच्चे भी बड़ी ही आसानी से हल कर लेंगे. इसके बाद 40 प्रश्न थोड़े कठिन रखे जाएंगे. इनको भी हल करना पढऩे वाले बच्चों के लिए मुश्किल नहीं होगा. इसके बाद 20 फीसदी प्रश्न टफ होंगे. ये 20 फीसदी प्रश्न पढ़ाई में तेज और होशियार बच्चे ही हल कर पाएंगे. 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र तैयार करने जिला स्तरीय संचालन समिति के अनुमोदन से प्रश्न पत्र निर्माण समिति का गठन होगा. ब्लूप्रिंट के अनुसार समिति कक्षा 5वीं और 8वीं के लिए विषयवार हिन्दी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों के प्रश्न पत्रों के तीन सेट तैयार करेगी. इसे सीलबन्द लिफाफे में जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा जाएगा. प्रश्न पत्र वार्षिक परीक्षा के लिए जिला स्तरीय संचालन समिति की अनुशंसा के बाद ही छपाई के लिए भेजा जाएगा.
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कौन से शिक्षक समिति में नहीं होंगे शामिल ? : प्रश्न पत्र बनाने वाली समिति में वो शिक्षक सदस्य नहीं बनाए जाएंगे जिनके बच्चे या रिश्तेदार कक्षा 5वीं-8वीं की परीक्षा में शामिल होंगे. कक्षा 5वीं में 5-5 अंक, 10 अंक के दो प्रोजेक्ट वर्क होंगे. वहीं कक्षा 8वीं में 10-10 अंक कुल 20 अंकों के दो प्रोजेक्ट दिए जाएंगे. प्रायोजना कार्य 28 फरवरी 2024 तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कराया जाएगा. इसके बाद स्कूल बच्चों को मिले अंकों की सूची तैयार कर 5 मार्च तक सीलबन्द लिफाफे में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंपेंगे.
बोर्ड परीक्षा में उड़न दस्ता : पांचवी और आठवीं के बोर्ड परीक्षाओं में 10वीं और 12वीं की बोर्ड की तरह नकल रोकने के लिए उडऩ दस्ता बनाया जाएगा. जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी और संकुल समन्वयक हर दिन कम से कम 3 परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे. मुख्य बोर्ड परीक्षा के लिए प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय परीक्षा केन्द्र होंगे. केन्द्राध्यक्ष निकटतम स्कूल के प्रधान पाठक को नियुक्त करेंगे.
पांचवी और आठवीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल से दिशा निर्देश मिले हैं. इस वर्ष से इन परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है. प्रश्न पत्र का ब्लूप्रिंट में मिल गया है. कई नियम बनाए गए हैं. प्रश्न पत्र जिले में तैयार होंगे. परीक्षा केंद्र, कॉपी का मूल्यांकन, मूल्यांकन के बाद छात्रों के लिए पूरक परीक्षा का आयोजन. सभी बातों का ध्यान रखा जाएगा. परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी गई है.- तामेश्वर उपाध्याय, जिला शिक्षा अधिकारी, कोरबा
फेल हुए तो मिलेगा दोबारा मौका :अब तक की शिक्षा व्यवस्था के तहत पांचवीं और आठवीं में किसी बच्चे को फेल नहीं किया जा सकता था. इस बार से जो बोर्ड परीक्षाएं होंगी. उसमें बच्चों को फेल तो घोषित किया जाएगा, लेकिन उन्हें पास होने के लिए कई अवसर प्रदान किए जाएंगे. वार्षिक परीक्षा में फेल बच्चों को पूरक परीक्षा में बैठने की पात्रता होगी. विषय शिक्षक अनुत्तीर्ण विषय की अतिरिक्त कक्षाएं लेकर तैयारी कराएंगे. पूरक परीक्षा 1 जून से शुरू होगी. यदि कोई छात्र पूरक परीक्षा में अनुत्तीर्ण होता है तो उसे भी आगे की क्लास में प्रमोट किया जाएगा. हालांकि कुछ बच्चों को अगली कक्षा में जाने से रोका भी जा सकता है.