भोपाल: क्या विजयपुर उपचुनाव के नतीजे को एमपी में सत्ता परिवर्तन की आहट समझा जा सकता है? एमपी में कांग्रेस के नेता भले इस जीत को बदलाव का बीज ना मान पाए हों, लेकिन पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में पूर्व सीएम अखिलेश यादव इसे परिवर्तन का संकेत मान रहे हैं. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है " एमपी की विजयपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कैबिनेट मंत्री की हार ये बता रही है कि बीजेपी का सच क्या है. वे ट्वीट में आगे लिखते हैं कि ये जीत परिवर्तन का बीज साबित होगी."
विजयपुर की जीत और अखिलेश की एंट्री
एमपी में विजयपुर उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत जीतू पटवारी के लिए बेशक संजीवनी साबित हुई. अमरवाड़ा विधानसभा में कांग्रेस की हार के बाद इन दो सीटों पर कांग्रेस बराबरी में आई. लेकिन क्या ये जीत मध्य प्रदेश में बदलाव का बीज कही जा सकती है? कांग्रेस की ओर से नहीं लेकिन इसको लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीटर पर लिखा "मध्य प्रदेश के विजयपुर विधानसभा में बीजेपी के कैबिनेट मंत्री की हार ये बता रही है कि बीजेपी का सच क्या है. ये जीत परिवर्तन का बीज साबित होगी."
पड़ोसी राज्य से आए इस ट्वीट पर कांग्रेस के भी हौसले बुलंद हुए. अखिलेश यादव के ट्वीट पर लिखा कि एमपी के विजयपुर में बीजेपी की हार करारी हार है. उन्होने लिखा कि पूरी ताकत लगाने के बाद भी रामनिवास रावत को नही जिता पाई. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने मंत्री पद का लालच देकर कांग्रेस विधायक राम निवास रावत को खरीदा था.
BJP media spokesperson Narendra Saluja (Etv Bharat) बीजेपी का जवाब , अखिलेश यादव अपना घर संभाल लें
उधर बीजेपी मीडिया प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा "अखिलेश यादव को पहले अपना घर संभालना चाहिए. यूपी में उनकी पार्टी के जो हालात हैं, उसे ठीक कर लें. उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में अखिलेश की पार्टी की हालत खराब हो गई. केवल दो सीटों पर अखिलेश को संतोष करना पड़ा. जिस उत्तर प्रदेश में नौ में से सात सीटें बीजेपी ने जीती. सपा के गढ़ में भी भी बीजेपी का कमल खिला है. उस सबको छोड़कर अखिलेश विजयपुर की बात कर रहे हैं. विजयपुर का जश्न तो कांग्रेस भी नहीं मना रही है. वह भी मानती है कि आजादी के बाद से ये सीट कांग्रेस के पास ही रही है. पिछली बार 17 हजार की लीड थी इस बार सात हजार की लीड रही और अब आगे बीजेपी का विजय रथ विजयपुर भी पहुंचेगा ये तय है. अखिलेश यादव चिंता ना करें."