नई दिल्लीःदिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुछ कॉलेज के छात्र विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा 2021 में संचालित कुछ कोर्सेज को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत चार वर्ष का करने की पहल के बाद इसे लागू करने की मांग कर रहे हैं. डीयू के दक्षिणी परिसर के कॉलेज आत्माराम सनातन धर्म (एआरएसडी) के छात्रों का कहना है कि कॉलेज में इस तरह के 17 कोर्स चल रहे हैं. इन कोर्सेज को अगर वर्ष 2021 के सत्र में चार साल का कर दिया जाए तो छात्रों को बड़ा फायदा होगा. इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए डीयू छात्र संघ को भी एक मेमोरेंडम सौंपा है. इस मेमोरेंडम कॉलेज के करीब 150 छात्रों के हस्ताक्षर हैं.
इन कोर्सेज पर लागू हो सकता है चार साल का नियम:बी.कॉम, बी.कॉम. (ऑनर्स), बीए प्रोग, बी. ए. (ऑनर्स) अंग्रेजी, बी.ए. (ऑनर्स) हिंदी, बी. ए. (ऑनर्स) इतिहास, बी. ए. (ऑनर्स) राजनीति विज्ञान, बी. ए. (ऑनर्स) अर्थशास्त्र, बी.एससी. (ऑनर्स) भौतिकी, बी.एससी. (ऑनर्स) रसायन विज्ञान, बी.एससी. (ऑनर्स) गणित, बी.एससी. (ऑनर्स) इलेक्ट्रॉनिक्स, बी.एससी. (ऑनर्स), कंप्यूटर साइंस, बी.एससी. (प्रो.) भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, बी.एससी. (प्रोग.) भौतिक विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, बी.एससी. (प्रो.) भौतिक विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, बी.एससी. (प्रोग.) एप्लाइड फिजिकल साइंस और इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री.
इसे लागू करने से छात्रों को क्या होगा फायदा:एआरएसडी कॉलेज में बी.ए. प्रोग्राम के छात्र प्रांजल श्रीवास्तव ने बताया कि डीयू में वर्ष 2022 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू हो गई है. 2022 के बाद जो भी दाखिले हुए हैं वे सभी चार साल के कोर्स में हुए हैं. हमारा बैच 2021 का बैच है. इसलिए उस समय सभी कोर्स तीन साल के थे, जिसके कारण एनईपी के तहत हुए बदलाव का लाभ नहीं मिल पा रहा है.