लखनऊ: अगर आप सड़क किनारे वाहन खड़े कर चले जाते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है. आपकी ये चूक कहीं आपकी जेब पर भारी न पड़ जाए. दरअसल, सड़क किनारे खड़े वाहनों से बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवा रहे हैं, लेकिन इस ओर परिवहन विभाग का ध्यान ही नहीं जाता. रोड किनारे खड़े होने वाले वाहनों के कारण होने वाले हादसों का मुद्दा विधान परिषद में उठा तो अब परिवहन विभाग हरकत में आया. शनिवार को अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) एके सिंह ने अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि 28 फरवरी तक अभियान चलाकर कार्रवाई करें. मुख्यालय से आदेश जारी हुआ तो चेकिंग अधिकारी सड़क पर अभियान चलाने उतरे. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अभियान चला और ऐसे वाहनों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई.
विधान परिषद में उठा था ये सवालःभारतीय जनता पार्टी के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) विजय बहादुर पाठक ने विधान परिषद में सवाल उठाया था कि सड़क किनारे खड़े हो रहे वाहनों की वजह से कई हादसे हो चुके हैं. महाकुंभ से लौट रहे कई श्रद्धालु रात के अंधेरे में ऐसे वाहनों से टकराकर जान गंवा चुके हैं. विधान परिषद में मुद्दा उठने के बाद परिवहन विभाग हरकत में आया. शनिवार को आदेश जारी करते हुए अधिकारियों से व्यापक अभियान चलाने को निर्देशित किया है.
पूरे प्रदेश में शुरू किया गया अभियानः अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) पुष्पसेन सत्यार्थी ने बताया कि पूरे प्रदेश में यह अभियान परिवहन विभाग की तरफ से चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस, एनएचएआई, एक्सप्रेसवे के पेट्रोलिंग वाहनों को लेकर भी अनुरोध किया गया है, कि उनकी पेट्रोलिंग वाहनें भी विजिलेंट होकर ऐसे वाहनों को सड़क पर न खड़ा होने दें. इसके अलावा एडीजी ट्रैफिक, चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर यूपीडा, यीडा और एनएचएआई के अधिकारियों से भी बात की है जिससे कि इस पर कड़ी कार्रवाई जारी रहे.
हाईवे पर खड़े वाहनों पर एक्शनःहाईवे पर अनाधिकृत रूप से खड़े होने वाले बड़े वाहन चालक अभी तक अपने वाहन के दो पहिए सड़क के नीचे कर तकनीकी खराबी का हवाला देकर बचाव कर लेते थे पर अब यह बहाना नहीं चलेगा. सड़क किनारे खड़े वाहनों के खिलाफ सख्त अभियान चलता रहेगा.