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सोने के बाद चांदी में तेजी, 96 हजार रुपए किलो के करीब पहुंचीं कीमत, मीडिल क्लास के बजट से हुआ बाहर - silver price rises to 96 thousand

silver price rises to Rs 96 thousand : चांदी के दाम में काफी तेजी से बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. इससे आम आदमी और ज्वेलर्स में निराशा है. उनका कहना है कि चांदी के दाम में करीब दो साल में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिससे एक हजार तक में मिलने वाली पायल अब 3 हजार के पार हो गई है.

चांदी में तेजी 96 हजार रुपए किलो के करीब पहुंचीं कीमत
चांदी में तेजी 96 हजार रुपए किलो के करीब पहुंचीं कीमत (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 21, 2024, 9:45 PM IST

चांदी में तेजी 96 हजार रुपए किलो के करीब पहुंचीं कीमत (ETV BHARAT)

नई दिल्ली: सोने की कीमत में आए उछाल के बाद अब चांदी की चमक भी तेज हो रही है. मंगलवार को राजधानी में चांदी की कीमत 96,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. जबकि, सोमवार को प्रति किलोग्राम चांदी की कीमत 92,449 रुपये थी. वहीं मंगलवार को सोने की कीमत 75,320 रुपये पर पहुंच गई. इसके चलते ज्वेलर्स निराश है.

करोल बाग ज्वेलर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्टरी राकेश सर्राफ ने बताया कि सोना और चांदी भाई बहन हैं. अगर सोने के दाम बढ़ेंगे तो चांदी की कीमतों में इजाफा होना निश्चित है. लंबे समय के बाद चांदी के अंदर इतनी तेजी आई हैं. इस बात का अनुमान पहले से था कि सोने और चांदी दोनों के रेट ऊपर जायेंगे और ऐसा ही हुआ.

मौजूदा स्थिति को देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि 2024 के अंत तक सोने की कीमत 80,000 रुपये पर पहुंच जाएगी. वहीं, 2025 के अंत तक सोने की कीमत एक लाख तक पहुंच सकती है. वहीं, अभी चांदी के दाम 92,000 प्रति किलो है, जो 2024 के अंत तक सवा लाख हो सकती है. 2025 में चांदी की कीमत 1,50,000 प्रति किलो होने की आशंका है.

क्यों बढ़ रही है कीमतःराकेश सर्राफ ने बताया कि चांदी का इंडस्ट्री में इस्तेमाल बढ़ने लगा है. बीते कई वर्षों में मोबाइल में लगने वाले चिप में चांदी का इस्तेमाल बढ़ गया है. वहीं, अगर सोने का दाम बढ़ेगा तो स्वभाविक है कि चांदी के गहनों की मांग में वृद्धि आएगी. इससे भी कीमत में उछाल आता है.

युद्ध की वजह से बढ़ती है कीमतःसभी जानते हैं कि लंबे समय से रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. इससे भी सोने और चांदी की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिला है. राकेश ने बताया कि किसी भी युद्ध में बंदूकों और असलह बनाने वाली फैक्टरियां 24×7 चल रही हैं. ये फैक्टरियां अन्य देशों को औजार बेच रहीं हैं. युद्ध के माहौल में हर देश सुरक्षित रहना चाहता हैं. इसके लिए भारी मात्रा में औजार और असलहे ख़रीदे जा रहे हैं. आर्म्स को खरीदने के लिए डॉलर का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में जब किसी देश के पास डॉलर ज्यादा हो जाता है, तो वह उसकी हेजिंग करना शुरू कर देता है और कहीं सुरक्षित जगह इस्तेमाल करता है. जैसा अभी हाल ही में चीन ने किया था.

राकेश बताते हैं कि अमरीका, जापान, रूस आदि सोना खरीद रहे हैं. इस वजह से सोने के भाव में तेजी आई और अब चांदी की कीमतों ने भी तेजी पकड़ ली है. बड़े स्तर पर तो सोने चांदी की सेल काफी अच्छी है. लेकिन शादी विवाह के इस्तेमाल में आने वाले सोने की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज हुई है. मीडिल क्लास में अब सोना और चांदी खरीदना मुश्किल हो गया है.

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काम करना हुआ मुश्किलःचांदी के आभूषण, बर्तन, भगवान की प्रतिमा सेल करने वाले गिरीश जोशी ने बताया कि बीते 45 वर्ष पहले जब उन्होंने तिलक नगर में बी के ज्वेलर्स के नाम से दुकान खोली थी, तब चांदी की कीमत मात्र 12 रुपए तोला था. वहीं, आज 900 रुपए तोला की कीमत आ गई है. ऐसे में काम करना बहुत मुश्किल हो गया है.

ग्राहकों को संख्या में काफी गिरावट आई है. पहले चांदी की जो पायल 1000 रुपए में बिकती थी अब उसकी कीमत 4000 रुपए हो गई है. लगातार बढ़ती कीमतों ने काम को मंदा कर दिया है. मुख्य रूप से छोटे दुकानदारों को इसका ज्यादा नुकसान हो रहा है. अभी तो अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले वर्ष तक चांदी की कीमत 1 लाख से अधिक हो जाएगी.

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