बीजापुर : बीजापुर के भैरमगढ़ और मिरतुर थाना क्षेत्र में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने सर्च अभियान चलाकर पांच लाख के इनामी नक्सली समेत 4 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. नक्सलियों के कब्जे से विस्फोटक, प्रतिबंधित नक्सली पॉम्प्लेट और बैनर पोस्टर जब्त किए गए हैं. डीआरजी बीजापुर, थाना भैरमगढ, थाना मिरतुर और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल कैंप चेरली 15वीं वाहनी ने संयुक्त रुप से इस कार्रवाई की है. गिरफ्तार पांच लाख का ईनामी नक्सली संगठन में एलओएस कमांडर है.
बस्तर में लाल आतंक के खिलाफ पुलिस का एक्शन, बीजापुर में पांच लाख का ईनामी नक्सली अरेस्ट, दंतेवाड़ा में दो का सरेंडर - Action against red terror in Bastar - ACTION AGAINST RED TERROR IN BASTAR
Action against red terror in Bastar बस्तर में जिला पुलिस बल और फोर्स की संयुक्त कार्रवाई का असर दिख रहा है.लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर कई नक्सलियों ने हथियार छोड़ दिया है.वहीं कई जगहों पर फोर्स के मोर्चेबंदी के कारण इनामी नक्सली अरेस्ट हो रहे हैं.इसी कड़ी में बीजापुर से ईनामी नक्सली समेत 4 को अरेस्ट किया गया है.वहीं दंतेवाड़ा में दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है.Maoists surrender in Dantewada
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jun 15, 2024, 5:59 PM IST
दंतेवाड़ा में दो नक्सलियों का सरेंडर :दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के तहत दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है. नक्सलियों ने आई सुंदरराज पी और डीआईजी कमलोचन कश्यप के चलाए जा रहे अभियान से प्रभावित होकर हथियार डाले.नक्सलियों ने एसपी दंतेवाड़ा गौरव राय के सामने सरेंडर किया. जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया उनके नाम ककाड़ी पंचायत डीएकेएमएस अध्यक्ष उमेश उर्फ भीमा हेमला और गोण्डेरास पंचायत मिलिशिया प्लाटून सदस्य जोगा मुचाकी है. आत्मसमर्पित दोनों नक्सली बंद के दौरान रोड खोदना, नक्सली बैनर, पोस्टर लगाने जैसे कामों को किया करते थे. नक्सलियों को सरेंडर कराने में सीआरपीएफ 111वीं वाहिनी, 231वीं वाहिनी, सीएएफ कैंप पोटाली, सीएएफ कैंप नहाड़ी एवं थाना अरनपुर का विशेष योगदान है.
लोन वर्राटू अभियान का असर:नक्सल उन्मूलन अभियान और छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ लगातार समाज से भटके हुए लोगों को मुख्य धारा में वापस ला रहा है. नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद किया जा रहा है. साथ ही प्रशासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गांवों में किया जा रहा है. पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा ने आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाएं मुहैया करवाई हैं. आपको बता दें कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 181 इनामी नक्सली समेत 822 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.