राजसमंद: जिले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मवेशियों के टैग व मवेशी के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनाने की एवज में 12 हजार 600 रुपये की रिश्वत लेते पशु चिकित्सक व एक दलाल को धर दबोचा. रिछेड़ गांव में एसीबी की टीम पहुंची, जहां पर दलाल के माध्यम से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत चारण ने बताया कि रिछेड़ क्षेत्र से शिकायत आई कि मवेशियों के कान टैग करने व पशुओं के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनाने की एवज में पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है.
इसके लिए दलाल गंगलाया, कुंभलगढ़ निवासी तरूण गमेती द्वारा प्रत्येक पशुपालक से 600 रुपये एकत्रित किए जा रहे हैं. इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के प्लान के तहत ग्रामीणों द्वारा दलाल तरूण गमेती को 21 पशुपालकों के 12 हजार 600 रुपये रिश्वत दी गई. इस पर इशारा पाते ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने घेराबंदी कर दलाल तरूण गमेती को पकड़ लिया और उससे रिश्वत की राशि जब्त कर ली. साथ ही हाथ धुलवाए गए तो रंग उभर आया.
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एसीबी की पूछताछ में तरूण गमेती ने उक्त रिश्वत राशि राजकीय पशु चिकित्सालय रीछेड़ के चिकित्सा प्रभारी एवं राजकीय प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय कुंभलगढ़ के प्रभारी अधिकारी डॉ. दिव्यम जाजोरिया के लिए प्राप्त की. इस पर एसीबी की एक अन्य टीम ने पशु चिकित्सक डॉ. दिव्यम जाजोरिया को दे दी. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम द्वारा पशु चिकित्सक डॉ. दिव्यम जाजोरिया और दलाल तरूण गमेती को गिरफ्तार करने के बाद मवेशियों के टैग व स्वास्थ्य प्रमाण पत्र संबंधी दस्तावेज को जब्त कर लिया. अब आरोपी को राजसमंद जिला मुख्यालय ले जाया जा रहा है.
मेडिकल के बाद कोर्ट में करेंगे पेश : एसीबी अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक हिम्मत चारण ने बताया कि रिश्वत लेते गिरफ्तार पशु चिकित्सक डॉ. दिव्यम जाजोरिया व दलाल तरूण गमेती का अभी चिकित्सालय में मेडिकल चेकअप कराया जाएगा, फिर रिश्वत प्रकरण में पूछताछ करते हुए फाइनल कार्रवाई रिपोर्ट तैयार करेंगे. उसके बाद दोनों आरोपियों को बुधवार को उदयपुर स्थित एसीबी के स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा.
कोई रिश्वत मांगे तो तत्काल करें शिकायत : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर के उप महानिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि राज्य सरकार या केन्द्र सरकार के अधीन कोई भी लोक सेवक यानि कर्मचारी या अधिकारी. जनप्रतिनिधि जायज सरकारी कार्य करने की एवज में अनैतिक रूप से रिश्वत राशि मांगता हो तो तत्काल शिकायत करें. इसके लिए टोल फ्री नंबर 1064 पर शिकायत की जा सकती है. इसके अलावा WhatsApp हेल्पलाइन नंबर 94135-02834 पर शिकायत की जा सकती है. इस पर एसीबी की टीम ने तुरंत कार्रवाई की जा सकती है. पीड़ित या प्रार्थी चाहेगा, उस जिले की एसीबी टीम द्वारा कार्रवाई की जाएगी.