जयपुर: एसीबी की टीम ने शुक्रवार शाम को जेडीए में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. जेडीए के जोन 9 में तहसीलदार, पटवारी, जेईएन, बाबू समेत 7 लोगों को ट्रैप किया गया है. एसीबी की रेड पड़ने पर अधिकारियों ने रुपए कपड़ों के अंदर छुपा लिए और अलमारी के पीछे फेंक दिए. एसीबी ने आरोपियों के कब्जे से रिश्वत के डेढ़ लाख रुपए बरामद किए हैं. एक महिला अधिकारी का पति भी पूरी डील में शामिल था. अधिकारियों ने पीड़ित से 13 लाख रुपए की डिमांड की थी. फिर डेढ़ लाख रुपए में सौदा तय हुआ था. सभी आरोपियों के घर पर सर्च किया जा रहा है.
एसीबी के डीजी डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा के मुताबिक जमीन कन्वर्जन के काम को लेकर पीड़ित से रिश्वत राशि मांगी गई थी. पीड़ित से 13 लाख रुपए रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा था. फाइनल डील डेढ़ लाख रुपए में तय की गई. पीड़ित ने जोन 9 के पटवारी, तहसीलदार, जेईएन, गिरदावर और बाबू से बार-बार मुलाकात कर काम करने की गुहार लगाई. महिला पटवारी बिमला मीणा के पति महेश ने जेडीए में एजेंट के रूप में भूमिका निभाते हुए डील करवाई.
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पीड़ित की ओर से एसीबी में शिकायत दर्ज करवा गई. एसीबी की ओर से शिकायत का सत्यापन कर कार्रवाई के लिए टीमों का गठन किया गया. शुक्रवार शाम को एसीबी ने अचानक जेडीए के जोन 9 में रेड मारी. आरोपियों को रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों दबोचा गया. एसीबी टीम को देखकर जेडीए अधिकारियों ने रिश्वत राशि को अलमारी के पीछे फेंक दिया, किसी ने अपने कपड़ों में रुपए छुपा लिए.