हजारीबाग: छठ के अवसर पर हजारीबाग में एक अनोखा बाजार लगता है जहां श्रद्धालुओं को खरीद दाम पर फल उपलब्ध कराए जाते हैं. इसके लिए समाज के लोगों से पैसा एकत्रित किए जाते हैं. फल लागत मूल में बेचा जाता है बेचकर पैसा वापस कर दिया जाता है. इस बार लगभग 40 लाख रुपए के फलों का बाजार हिंदू स्कूल में लगाया गया है.
लोक आस्था का महापर्व छठ धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए इस त्यौहार में चार दिनों तक अनुष्ठान किए जाते हैं. ऐसे में बाजारों को भी खूब सजाया गया है. खासकर फल के बाजार की रौनक बढ़ गई है. फलों की बिक्री जोर शोर से हो रही है.
हजारीबाग में हर वर्ष एक अनोखा बाजार लगता है यहां इस बार लगभग 40 लाख का फल बेचा जाएगा. फल बेचने की प्रक्रिया और तरीका बेहद अलग है. समाज के लोगों से सहयोग राशि ली जाती है और फिर उन्हें बेच कर पैसा वापस किया जाता है.
इसकी खासियत यह है कि लागत मूल्य पर ही फल बाजार में मुहैया कराया जाता है. इस बाजार का एकमात्र उद्देश्य बाजार के फल मूल्यों को नियंत्रित करना है. त्योहार के समय फलों की कीमत आसमान छू जाती है तो दूसरी ओर इस बार महंगाई की मार भी लोगों को झेलना पड़ रहा है.
ऐसे में यह बाजार आकर्षण का केंद्र बिंदु रहता है. इस बाजार में कोई व्यवसायी नहीं होता है. बल्कि समाज के युवक संचालन करते हैं जिसमें शिक्षक, अधिवक्ता, पत्रकार और समाजसेवी पूरे बाजार का संचालन करते हैं.