रायपुर:मंगलवार को लोकसभा में सरकार ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 2010 की तुलना में 2024 के दौरान नक्सली हिंसा की घटनाओं में 47 प्रतिशत की कमी आई है. इसके साथ ही आम लोगों और सुरक्षा बलों की मौत में भी 64 प्रतिशत की कमी देखी गई है.
छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा में कमी:एक सवाल के जवाब में, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 2024 में वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) हिंसा के 267 मामले दर्ज किए गए. जबकि 2010 में 499 मामले दर्ज किए गए थे. उन्होंने कहा कि आम लोगों और सुरक्षा बलों की मौतों में भी 2010 की तुलना में 64 प्रतिशत की गिरावट आई है. साल 2010 में 343 मौतों की तुलना में साल 2024 में 122 मौतें दर्ज की गई.
छत्तीसगढ़ को सुरक्षा संबंधी व्यय के लिए मिले ज्यादा पैसे: राय ने कहा कि पिछले पांच साल के दौरान सुरक्षा संबंधी व्यय (एसआरई) राहत और पुनर्वास योजना के तहत सभी वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों को जारी किए गए 1925.83 करोड़ रुपये में से राज्य को 43 प्रतिशत ज्यादा मिला. यानी छत्तीसगढ़ को 829.80 करोड़ रुपये दिए गए. जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ में नक्सल हिंसा में कमी आई.
सुरक्षा संबंधी व्यय क्या है:एसआरई योजना वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों को वामपंथी हिंसा में मारे गए नागरिकों और सुरक्षा बलों के परिवारों को अनुग्रह राशि, सुरक्षा बलों के प्रशिक्षण और परिचालन आवश्यकताओं, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कैडरों के पुनर्वास, सामुदायिक पुलिसिंग और नक्सली हिंसा में संपत्तियों के नुकसान के लिए सुरक्षा कर्मियों और नागरिकों को मुआवजे के प्रावधानों के माध्यम से क्षमता निर्माण के लिए धन देती है.