लोहरदगा: जिले में मानव तस्करों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर लोहरदगा पुलिस और रेलवे पुलिस बल की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए लोहरदगा रेलवे स्टेशन से मानव तस्करों के चंगुल से 34 मजदूरों को मुक्त कराया है. इस मामले में सात मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया है.
34 मजदूरों का रेस्क्यू (ईटीवी भारत) ईंट भट्ठे में ले जाए जा रहे थे मजदूरलोहरदगा पुलिस, आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में सात मानव तस्करों को पकड़ा गया है. इन तस्करों की गिरफ्तारी लोहरदगा रेलवे स्टेशन से हुई है. यह सभी कुल 34 मजदूरों को लेकर त्रिपुरा, यूपी और बिहार के अलग-अलग स्थानों में स्थित ईंट भट्ठा में जा रहे थे. जिन लोगों को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया है, उनमें एक दस साल की बच्ची, एक 13 साल का बालक ओर दो महिला भी शामिल हैं.
गिरफ्तार आरोपितों में लोहरदगा जिले के सदर थाना क्षेत्र के रघुटोली निवासी सुखदेव भगत का पुत्र विनोद भगत, सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के गम्हरिया गांव निवासी स्व. विश्राम असुर का पुत्र सुरेश असुर, सेन्हा थाना क्षेत्र के डांडू करंज टोली गांव निवासी किशुन लोहरा का पुत्र दिलीप लोहरा, सेन्हा थाना क्षेत्र के आरा गांव निवासी तफेजुल हक का पुत्र अजारुल हक, गुमला जिला के सिसई थाना क्षेत्र के पानीलता गांव निवासी अमरु गोप का पुत्र सुरेंद्र गोप, सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के तुरियाडीह गांव निवासी सोहराई उरांव का पुत्र जगेश्वर उरांव और गुमला जिला के पुसो थाना क्षेत्र के लदा गांव निवासी भवले उरांव का पुत्र नेपाली उरांव शामिल है.
एसपी हारिस बिन जमां को मिली गुप्त सूचना मिली थी कि लातेहार, लोहरदगा, गुमला जिले के कई मजदूरों को कुछ मानव तस्कर बरगला कर दूसरे प्रदेश में ईंट भट्ठे में काम दिलाने को लेकर जा रहे हैं. सूचना के आधार डीएसपी मुख्यालय समीर तिर्की की अगुवाई में लोहरदगा पुलिस, एएचटीयू थाना और आरपीएफ की टीम ने लोहरदगा रेलवे स्टेशन में छापेमारी की. जहां से मजदूरों को मुक्त कराया गया. साथ ही सात आरोपितों की गिरफ्तारी हुई.
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