चंपावत:कोरोना काल में कोविड गाइड लाइनों का पालन करते हुए कुमाऊं मंडल के जेलों से कई कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था, लेकिन समस्या ये है कि इतना लंबा वक्त बीत जाने के बाद भी 255 कैदी अभी तक वापस नहीं लौटे है, जो पुलिस-प्रशासन के सिर का दर्द बन गए है. ऐसे कैदियों की धरपकड़ के लिए उधमसिंह नगर पुलिस ने अभियान भी शुरू कर दिया है. ताकि कोरोना काल में पैरोल पर छोड़े गए फरार कैदियों की फिर से सलाखों के पीछे भेजा जा सके.
दुनिया में भले ही कोरोना काल लोगों के लिए कभी न भूला जाने वाला काल रहेगा, लेकिन कुमाऊं की जेलों में बंद गंभीर अपराधियों के लिए कोरोना स्वर्णिम काल बनकर आया था. उस वक्त कोविड गाइड लाइन का पालन करने हेतु जेल प्रशासन ने लंबी सजा काट चुके कई गंभीर अपराध के कैदियों को पैरोल पर रिहा गया था, लेकिन उस वक्त पैरोल पर रिहा करना अब जेल प्रशासन के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुका है.
दरअसल, कुमाऊं मंडल की चार जेलों से कोविड काल में छोड़े गए गंभीर अपराध कैदियों में से 255 ने अभी तक पैरोल अवधि समाप्त होने के उपरांत भी जेलों का रुख नहीं किया है. वहीं, उधम सिंह नगर पुलिस-प्रशाशन ने केंद्रीय कारागार सितारगंज जेल में पैरोल के बाद फरार कैदियों की धर पकड़ हेतु विशेष अभियान शुरू कर दिया है. जिले के विभिन्न थानों व कोतवाली की पुलिस फरार कैदियों की धर पकड़ हेतु जिले भर में विशेष चेकिंग अभियान चला रहा है. ताकि कोविड काल का फायदा उठा पैरोल के बहाने फुर्र होने वाले फरार कैदियों को फिर से जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा सके.