नई दिल्ली:1984 के दंगा पीड़ितों के घाव पर मरहम लगाने के उद्देश्य से दिल्ली के एलजी ने आज 57 लोगों को तिलक विहार में रहने वाले दंगा पीड़ित परिवार के लोगों को नियुक्ति पत्र दिया. उन्होंने कहा कि 40 साल पहले जो आपको घाव लगे उस पर मरहम तो कोई नहीं लगा सकता, लेकिन उस परिवार को मुख्य धारा में कैसे जोड़ें, यह प्रयास किया जा सकता है. संतोष इस बात का है कि हम न्याय की कुछ सीढ़ियां चढ़ने में सफल हुए. जिन्हें नौकरी मिली है उन्हें बधाई देता हूं. यह प्रयास सिर्फ उनके परिवार में घाव पर मरहम लगाने जैसा है. एलजी ने कहा कि अगर यह बात मुझे पहले पता चलती तो इस काम में देरी नहीं होती.
अभी और को जल्द नौकरी दी जाएगी:एलजी ने कहा किरेवेन्यू विभाग को निर्देशित कर जल्द से जल्द कैंप लगाकर इस काम को पूरा किया जाएगा. इसके लिए 88 लोगों की लिस्ट बनी है. ये देश के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब 55 साल के व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी गई. 57 को अभी और बाकी को जल्द ही नौकरी दी जाएगी. अभी 300 लोगों के नाम पर वेरिफिकेशन चल रहा है. ऐसे में और लोगों को नौकरी दी जाएगी. मुझे इन लोगों के लिए जो करना होगा करूंगा. साथ ही तिलक विहार की विधवा कॉलोनी का नाम बदलकर माता गुजरी देवी कर दिया गया, इस बात की भी उन्होंने घोषणा की. साथ ही एलजी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने तिलक विहार की सुविधा कॉलोनी का नाम बदलकर गुजरी देवी करने की भी घोषणा की.