साहिबगंज: जिला में चल रहे मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है. प्रशासन की कार्रवाई में दिल्ली और हरियाणा से नाबालिग मुक्त कराए गये हैं. इन सभी 14 नाबालिगों को सकुशल साहिबगंज लाने की पहल शुरु हो चुकी है.
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी ने बताया कि अहतू थाना की पुलिस गणतंत्र दिवस के पहले दिल्ली रवाना हो चुकी है, जिनके सोमवार को आने की उम्मीद है. संभवत: इस रैकेट का संचालन करने वाले दो लोग की गिरफ्तारी भी हुई है. सोमवार को टीम आने के बाद पूरी तरह से इस मामले से पर्दा उठ सकता है. सूत्रों की मानें तो इस रैकेट में बोरियो थाना क्षेत्र के दो युवक रजनीश साह और अनसारुल अंसारी की गिरफ्तारी हुई है. दोनों युवक बोरियो से दर्जनों नाबालिग लड़के व लड़कियों को काम दिलाने के नाम पर दिल्ली व हरियाणा सहित अन्य राज्यों में ले जाकर बेच देते हैं. इस रैकेट में करीब 34 नाबालिगों को पुलिस ने ट्रेस किया है, जिसमें अभी तक 14 को मुक्त कराया गया है.
दिल्ली में मानव तस्करी पर काम कर रही संस्था एकीकृत पुनर्वास सह संस्थान केंद्र को इस रैकेट का उद्भेदन करने में सफलता मिली है. इस संस्था के द्वारा दिल्ली और हरियाणा में छापेमारी की गयी, जहां से 14 नाबालिग को मानव तस्कर के चंगुल से छुड़ाया. इनमें अधिकांश लड़कियां हैं जो साहिबगंज के बोरियो, बरहेट, तालझारी, मंडरो की रहने वाली हैं. इस संस्था के द्वारा जिला पुलिस को जानकारी देने के बाद पुलिस रेस हो गई है. इस रैकेट में तीसरे आदमी की तलाश जिला पुलिस द्वारा की जा रही है. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि साहिबगंज में मानव तस्करी को रोकने के लिए प्रयास किया जा रहा है, इसके साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है.