देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज में मेडिकल फैकल्टी की कमी को दूर करते हुए सरकार ने चार प्रोफेसर दो एसोसिएट प्रोफेसर, नौ अस्सिटेंट प्रोफेसरों और दो मेडिकल अफसरों की नियुक्ति को मंजूरी दी है. मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की कमी पूरी होने के बाद शैक्षणिक गतिविधि में सुधार होगा. साथ ही बेस टीचिंग अस्पतालों में मरीजों को बेहतर उपचार की सुविधा मिल सकेंगी.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बुधवार को बयान जारी करते हुए बताया कि उत्तराखंड के राजकीय मेडिकल कॉलेजों फैकल्टी की नियुक्ति करना सरकार की प्राथमिकता में है. इसी कड़ी में दून मेडिकल कॉलेज को करीब डेढ़ दर्जन और फैकल्टी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी गई है. जल्द ही उत्तराखंड के सभी मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी के पदों को भरा जाएगा. उन्होंने बताया कि हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने डेढ़ दर्जन फेकल्टी का चयन किया है.
धन सिंह रावत ने बताया ब्लड बैंक में प्रोफेसर के रिक्त पद पर नेहा बत्रा, इमरजेंसी मेडिसिन में प्रोफेसर पद पर डॉक्टर राकेश रावत, हृदय रोग विभाग में प्रोफेसर पद पर दो तनुज भाटिया, यूरोलॉजी मे डॉ मनोज विश्वास ,आप्थाल्मालॉजी में डॉक्टर दुष्यंत उपाध्याय, और गायनी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर डॉक्टर नीतू शामिल हैं. इसी तरह एनाटॉमी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर डॉक्टर चेतन शर्मा, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग में डॉक्टर प्रियंका डोभाल, पैथोलॉजी में डॉक्टर दीपिका, सायकेट्री में डॉक्टर आशीष भंडारी, बाल रोग विभाग में डॉक्टर पूजा अंथवाल और अस्थि रोग विभाग में डॉक्टर निशांत और डॉक्टर सन्नी दुआ, स्त्री रोग विभाग में डॉक्टर हिमांशी रावत, डेंटिस्ट विभाग में डॉक्टर योगेश्वरी कृष्णन और बर्न यूनिट विभाग में मेडिकल ऑफिसर पद पर डॉक्टर देवाशीष राय के साथ ही आरएचटीसी में लेडी मेडिकल ऑफिसर पद पर डॉक्टर कीर्ति बंसल को नियुक्ति दी जा रही है.
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