बिलासपुर की वेदांतिका का नाम टॉपर्स लिस्ट में शुमार, 12वीं में हासिल किए 94 फीसदी अंक,अफसर बनना है सपना - 12th topper vedantika Sharma - 12TH TOPPER VEDANTIKA SHARMA
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गुरुवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी किया है. जिसमें बिलासपुर की वेदांतिका शर्मा ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा में टॉप 10 में अपना स्थान बनाया है. वेदांतिका ने 96 प्रतिशत अंक लाकर पूरे परिवार का मान बढ़ाया है.
बिलासपुर की वेदांतिका का नाम टॉपर्स लिस्ट में शुमार (ETV Bharat Chhattisgarh)
बिलासपुर की वेदांतिका का नाम टॉपर्स लिस्ट में शुमार (ETV Bharat Chhattisgarh)
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए.जिसमें बिलासपुर की वेदांतिका शर्मा ने टॉपर्स लिस्ट में जगह बनाई है.वेदांतिका ने दसवीं की परीक्षा में 94 फीसदी अंक लाया है.वेदांतिका मैथ्स की स्टूडेंट हैं.
रोजाना दस घंटे नियमित पढ़ाई :वेदांतिका ने बताया कि वह अपनी सफलता के लिए दिन के दस घंटे पढ़ाई करती थी. इसके अलावा वेदांतिका ने कोचिंग की भी मदद ली. पढ़ाई के साथ ही वेदांतिका स्पोर्ट्स में इंट्रेस्ट रखती हैं. लेकिन पढ़ाई के कारण वेदांतिका को खेल के लिए समय नहीं मिल पाता था. पढ़ाई के साथ ही वेदांतिका घरेलू काम भी करती हैं. वेदांतिका के पिता पेशे से वकील हैं.
लगन के साथ की मेहनत :वेदांतिका के पिता रमेश शर्मा बिलासपुर जिला कोर्ट में वकालत करते है. वही मां मनीषा शर्मा घरेलू महिला हैं. वेदांतिका की बड़ी बहन ने बीसीए किया है. वेदांतिका की मां मनीषा ने बताया कि वेदांतिका पढ़ाई को लेकर काफी गंभीर रहती है. 24 घंटे में 10 घंटे से भी ज्यादा वेदांतिका पढ़ाई करती है और वह हमेशा ही शासकीय नौकरी को महत्व देती है.
''सफलता के लिए बचपन से ही मेहनत करती रही हूं. दसवीं में 94 परसेंट अंक प्राप्त किया था. दो नंबर से प्रदेश में स्थान प्राप्त करने से चूक गई थीं. लेकिन इस बार वह इस सफलता को हासिल किया है.'' वेदांतिका शर्मा, 12वीं टॉपर
सरकारी नौकरी में है दिलचस्पी :परिवार में पिता वकालत से जुड़े हैं और वेदांतिका चाहती है कि अब वह शासकीय नौकरी में अपना भविष्य बनाएं इसलिए वह पीएससी की तैयारी करेंगी.वेदांतिका शासकीय नौकरी करना चाहतीं है. परिवार में हमेशा ही पढ़ाई के लिए दोनों बिटिया आगे रही हैं. बड़ी बहन अवर्ण्य भी टॉपर रही हैं. लेकिन वो प्रदेश में नाम नहीं बना पाई थीं. लेकिन वेदांतिका ने इस सफलता को हासिल कर परिवार को गौरवान्वित किया है.