जयपुर.शनिवार को राजधानी में स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप को तवज्जो देने के लिहाज से एक सेमिनार आयोजित की गई. इस दौरान प्रतिभागियों को एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री में रोजगार के अवसर दिए गए. राजस्थान यूनिवर्सिटी के एंटरप्रेन्योर और स्किल डेवलपमेंट सेंटर पर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में केंद्र की विभिन्न योजनाओं के तहत विकसित भारत को साकार करने की दिशा में यह कदम उठाया गया. 'स्टार्टअप बूटकैंप, ए स्टेप टुअर्ड द विकसित भारत एट 2047' की थीम पर इस कार्यक्रम के दौरान बड़ी तादाद में युवा भाग लेने के लिए पहुंचे.
इस कार्यक्रम का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा ने किया, तो अध्यक्षता राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो अल्पना कटेजा ने की. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग और संघ के वरिष्ठ प्रचारक कैलाश चंद्र शर्मा ने की. डॉ बैरवा ने इस दौरान कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मकसद देश को एक विकासित देश बनाना है. इस तरह की गोष्ठीयों का आयोजन एक सराहनीय कदम है. राष्ट्र के समग्र विकास के लिये उन लोगों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ना है, जो वंचित हैं.
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परंपरागत तरीकों पर रहा जोर:कार्यक्रम के एक सत्र के दौरान मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने परंपरागत तरीकों पर बात की और स्टार्टअप में उन्हें शामिल करने का सुझाव दिया. गर्ग ने बताया कि पुराने दौर में बिना फ्रिज के भी भोजन को संरक्षित किया जाता था. उन्होंने कहा कि घर में जो खाना पकाया जाता था, उसे पौष्टिक तत्वों के साथ गुणवत्ता बरकरार रखी जाती थी. उन्होंने शीतलाष्टमी का भी उदाहरण दिया और कहा कि आधुनिकता के साथ-साथ परंपरागत मूल्यों का नई पीढ़ी को ध्यान रखना चाहिए.