जोधपुर: एम्स जोधपुर के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग ने पेरोरल एंडोस्कोपिक मायोटॉमी (पीओईएम) के 100 ऑपरेशन पूरा कर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. यह एक्लेसिया के इलाज के लिए एक अत्याधुनिक प्रक्रिया है. यह प्रक्रिया वर्तमान में, राजस्थान में केवल एम्स जोधपुर और देशभर में केवल कुछ चुनिंदा केंद्रों पर ही उपलब्ध है.
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डॉ आशीष अग्रवाल के अनुसार एक्लेसिया भोजन नली की एक दुर्लभ बीमारी है. जिसमें मरीज के लिए भोजन और तरल निगलना मुश्किल हो जाता है. ऐसा तब होता है जब भोजन नली के नीचले हिस्से में मांसपेशियां संकुचित हो जाती हैं. भोजन, नली में ही रहता है. पूर्व में इस परेशानी का इलाज दवाइयां और सर्जरी ही था. लेकिन अब पीओईएम बहुत कारगर साबित हो रही है. यह न्यूनतम इनवेसिव है, जिससे एक्लेसिया के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव किया है.