दिल्ली

delhi

ETV Bharat / sports

कुश्ती ट्रायल्स में ड्रामा करने के बाद विनेश फोगाट ने 50kg कैटेगरी में दर्ज की जीत - National Wrestling Trials

पटियाला में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय कुश्ती ट्रायल्स में शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट ने पहले खूब ड्रामा किया. फिर दो अलग-अलग भार वर्गों में ट्रायल में शामिल हुईं और 50kg कैटेगरी में जीत दर्ज कर एशियाई ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया. पढ़ें पूरी खबर.

vinesh phogat
विनेश फोगाट

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 11, 2024, 8:52 PM IST

नई दिल्ली : स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने 3 घंटे के हंगामे के बाद राष्ट्रीय कुश्ती ट्रायल्स जीत लिया है. विनेश ने 50 किलोग्राम भारवर्ग में शिवानी पवार को 11-6 से मात दी. अब वे अगले महीने किर्गिस्तान में होने वाले पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में भारतीय टीम का हिस्सा होंगी.

विनेश ने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के पटियाला सेंटर में आयोजित हो रहे महिलाओं के 50 किलो और 53 किलो वर्ग में चयन ट्रायल्स शुरू नहीं होने दिए और अधिकारियों से लिखित आश्वासन मांगा कि 53 किलो भारवर्ग के आखिरी ट्रायल ओलंपिक से पहले होंगे.

कुश्ती की तदर्थ समिति द्वारा उनकी मांग मानने के बाद विनेश ने 50 किग्रा भार वर्ग में शिवानी को 11-6 से हराकर अगले महीने किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाले पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में जगह पक्की कर ली. विनेश हालांकि 53 किग्रा का मुकाबला तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हार गईं. 53 किलोग्राम वर्ग में रेसलर अंजू ने उन्हें 0-10 से मात दी. रेलवे की अंजू को मुकाबला जीतने में सिर्फ 18 सेकंड लगे.

बता दें कि, एक प्रतियोगी को एक ही दिन में एक भार वर्ग में भाग लेने की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन विनेश सोमवार को दो अलग-अलग भार वर्गों में ट्रायल में शामिल हुईं. वह बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन से पहले 53 किलोवर्ग में उतरती थी लेकिन उस वर्ग में अंतिम पंघाल को कोटा मिलने के कारण उन्होंने अपना भारवर्ग कम किया है.

इससे पहले डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने और लंबे चले प्रदर्शन की अगुवाई करने वाली विनेश के कारण कार्यक्रम स्थल पर खूब ड्रामा हुआ. प्रतियोगिता में 3 घंटे की देरी तब हुई जब विनेश ने कथित तौर पर मांग की कि उन्हें 50 किग्रा और 53 किग्रा दोनों श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी जाये. लंबी चर्चा के बाद उनकी मांग के अनुरूप उन्हें प्रतिस्पर्धा के लिए हरी झंडी दे दी गई.

ये भी पढे़ं :-

ABOUT THE AUTHOR

...view details