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भारत को सुपर-8 में मिलेगी कड़ी चुनौती, कठिन पिचों पर ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान से होगी टक्कर - T20 World Cup 2024

भारत टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज में अपने ग्रुप में टॉप पर रहा और अब चल रहे टी20 विश्व कप 2024 के सुपर 8 के लिए आगे का सफर तय करेगा. अब उन्हें अफ़गानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों से कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. इस पर मीनाक्षी राव की रिपोर्ट पेश है. पढ़िए पूरी खबर...

T20 World Cup 2024
भारतीय क्रिकेट टीम (IANS PHOTOS)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 16, 2024, 3:51 PM IST

बारबाडोस: टी20 वर्ल्ड कप के सुपर 8 स्टेज में प्रवेश करने वाली भारतीय टीम को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. ऐसे में उसे नई योजनाएं बनाने की जरूरत है, क्योंकि अब उसका समाना मजबूत विरोधियों से होने वाला है. न्यूयॉर्क की पिचों के बाद अब कैरिबियन मैदान की पिचों का जायजा लेना होगा. बारबाडोस, एंटीगुआ और सेंट लूसिया में होने वाले मैचों के साथ प्रत्येक मैदान पर अलग-अलग तहर की बाधाएं हैं जो टीम के अप्रोच और प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती हैं. अब भारत के पास उछाल भरी पिचों से लेकर मुश्किल टर्नर विकेटों पर प्रदर्शन करने का दवाब होगा.

भारतीय क्रिकेट टीम सुपर 8 की यात्रा वेस्टइंडीज में तीन अलग-अलग स्थानों को कवर करेगी, जिनमें कठिन चुनौतियां शामिल होंगी. भारत का सुपर-8 का कार्यक्रम तय है. टीम 19 जून को बारबाडोस में अफगानिस्तान के साथ और 22 जून को एंटीगुआ में बांग्लादेश या नीदरलैंड के साथ और 24 जून को सेंट लूसिया में ऑस्ट्रेलिया के साथ सेमीफाइनल खेलती हुई नजर आएगी. अगर टीम कम से कम दो मैच जीत जाती है तो वो सफलतापूर्वक 27 जून को गुयाना में होने वाले सेमीफाइनल में प्रवेश कर लेगी.

मैदान और उनकी चुनौतियां

केन्सिंगटन ओवल, बारबाडोस: ये पिच अपनी गति और उछाल के लिए जानी जाती है. इस पिच के अनुकूल भारतीय बल्लेबाजों को जल्दी से जल्दी बदलान होगा. यहां स्पिनरों को थोड़ी मदद मिल सकती है, बुमराह, सिराज, हार्दिक और अर्शदीप सिंह सहित तेज गेंदबाजों की भारतीय चौकड़ी फॉर्म में चल रहे अफगानिस्तान के खिलाफ परिस्थितियों का फायदा उठाने में महत्वपूर्ण होगी. ऐतिहासिक रूप से केंसिंग्टन ओवल तेज गेंदबाजों के अनुकूल रहा है, ऐसे में भारत के शीर्ष क्रम के लिए स्कोर करने के लिए सतर्क रहना होगा, लेकिन आक्रामक होना अनिवार्य हो गया है.

टीम इंडिया (IANS PHOTOS)

सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम, एंटीगुआ: यहां की पिच बल्लेबाजी के अनुकूल है. इस पिच पर बल्लेबाजी के लिए बेहतरीन स्थिति होती है. यहां पर लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों के लिए भी चुनौती रहती है क्योंकि पिच पूरे मैच के दौरान एक जैसी रहती है. हालांकि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा स्पिनरों को मदद मिलती जाएगी. भारत के स्पिनर रवींद्र जडेजा और युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव रन फ्लो को नियंत्रित करने और बांग्लादेश/ नीदरलैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण विकेट लेने के लिए बीच के ओवरों में महत्वपूर्ण होंगे.

टीम इंडिया (IANS PHOTOS)

डैरेन सैमी नेशनल क्रिकेट स्टेडियम, सेंट लूसिया: भाततीय टीम द्वारा सेंट लूसिया की पिच अब तक परखी नहीं गयी है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया पहले से ही इससे परिचित है, क्योंकि उसने यहां मैच खेले हैं. इस पिच को तेज गति और स्पिन दोनों के लिए जाना जाता है. यहां पर भारतीय ऑलराउंड की क्षमताओं का परीक्षण होगा. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच सुपर 8 में भारतीय टीम की रणनिती और योजनाओं की असली परख यहां होगी. इस पिच पर ऑस्ट्रेलिया का अनुभव उन्हें थोड़ा फायदा दे सकता है, लेकिन भारत का गेंदबाजी आक्रमण और बल्लेबाजी की गहराई इसका मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार होगी.

रोहित शर्मा और विराट कोहली (IANS PHOTOS)

खिलाड़ियों का प्रदर्शन और रणनीति
ग्रुप स्टेज में भारत का प्रदर्शन सराहनीय रहा है, जिसमें आयरलैंड, पाकिस्तान और यूएसए के खिलाफ जीत शामिल है. हालांकि, विराट कोहली जैसे प्रमुख खिलाड़ियों को फॉर्म हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा है. विराट कोहली का औसत सिर्फ 1.66 रन रहा है और वह एक बार भी दोहरे अंक के स्कोर तक नहीं पहुंच पाए हैं. टीम उनके अनुभव का कैरेबियाई परिस्थितियों में लाभ उठाना चाहेगी. उम्मीद है कि वह अपना आईपीएल फॉर्म फिर से हासिल कर लेंगे, जहां उन्होंने 150 की स्ट्राइक रेट के साथ 700 से अधिक रन बनाए थे. रोहित शर्मा एक अन्य महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं.

सूर्यकुमार यादव (IANS PHOTOS)

वो टीम को एक मजबूत शुरुआत देना चाहेंगे. ऋषभ पंत, शिवम दुबे और सूर्यकुमार यादव की मौजूदगी वाले मध्य क्रम ने कठिन परिस्थितियों में शानदार खेल दिखाया है. पंत की मैच बचाने वाली पारियां और यादव का यूएसए के खिलाफ 50 रन की पारी बेहतरीन थी. बुमराह और अर्शदीप सिंह की अगुआई वाली गेंदबाजी इकाई भारत की ताकत रही है. अर्शदीप की गेंद को स्विंग करने की क्षमता और बुमराह की सटीकता भारत की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. कुलदीप यादव और चहल जैसे स्पिनरों को शामिल करना रणनीतिक होगा, खासकर एंटीगुआ और गुयाना में, जहां स्पिन की महत्वपूर्ण भूमिका होने की उम्मीद है.

ऋषभ पंत (IANS PHOTOS)

परिस्थितियों के हिसाब ढलना
सुपर 8 में अलग-अलग पिचों और मैच की स्थितियों के लिए आवश्यकता के हिसाब से प्रतिक्रिया देनी होती है. मैच स्थल और पिच के आधार पर रणनीति बदलनी होती है. ये भारत की क्षमता को टेस्ट करेगी. टीम ने ऐसे परिदृश्यों के लिए तैयारी की है. रोहित शर्मा ने टीम के बैटिंग ऑर्डर को मैच की हालात के हिसाब से इस्तेमाल करने और खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर जोर देने को महत्व दिया है.बारबाडोस में ध्यान गति और उछाल को संभालने पर होगा, जबकि एंटीगुआ में रणनीति स्पिन का फायदा उठाने और मजबूत बल्लेबाजी प्रदर्शन को बनाए रखने की होगी. सेंट लूसिया में ऑस्ट्रेलिया की मजबूत लाइनअप के खिलाफ गति और स्पिन दोनों का लाभ उठाने पर नजर होगी.

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