फरीदाबाद (हरियाणा): भारत के 2012 रियो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त को पूरा भरोसा है कि भारतीय कुश्ती में दो या दो से अधिक पदक जीतेंगे. भारत ने विभिन्न श्रेणियों में पेरिस ओलंपिक के लिए छह कोटा हासिल किए हैं. विनेश फोगट (महिला 50 किग्रा), अंशु मलिक (महिला 57 किग्रा), निशा दहिया (महिला 68 किग्रा), रीतिका हुड्डा (महिला 76 किग्रा), अंतिम पंघाल (महिला 53 किग्रा) और अमन सेहरावत (पुरुष 57 किग्रा) भारत के लिए कुश्ती में उतरने वाले हैं.
योगेश्वर दत्त ने ‘ग्लोरी ऑफ फाइव रिंग्स’ इवेंट के बाद आईएएनएस से कहा, 'हम अकेले कुश्ती में दो या तीन पदक जीत सकते हैं. कुश्ती ने पिछले चार ओलंपिक इवेंट में भारत के लिए पदक जीते हैं, इसलिए इस बार भी भारतीय पहलवान ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. अमन एकमात्र पुरुष पहलवान है और मुझे पूरी उम्मीद है कि वह इस वर्ग में पदक जीतेगा. हमारे पास पांच महिला पहलवान भी हैं, जिनमें से मुझे तीन पदक की उम्मीद है'.
अंतिम पंघाल और अमन सेहरावत को 26 जुलाई से पेरिस में शुरू होने वाले आगामी 2024 ओलंपिक खेलों में अपने-अपने भार वर्ग में चौथी और छठी वरीयता दी गई है. ओलंपिक में पहली बार वरीयता दी जाएगी, जिसमें प्रत्येक भार वर्ग में शीर्ष आठ पहलवानों को मौका मिलेगा. दो बार की ओलंपियन और देश की पदक की संभावना विनेश फोगट को पेरिस 2024 में महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल श्रेणी में वरीयता नहीं दी जाएगी.
2023 विश्व चैंपियनशिप, 2024 कॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप, 2024 ज़ाग्रेब ओपन रैंकिंग सीरीज़ और 2024 हंगेरियन रैंकिंग सीरीज़ में पहलवानों के प्रदर्शन के आधार पर वरीयता दी गई. इससे पहले, 7 सदस्यीय चयन समिति ने पेरिस ओलंपिक के लिए कोई ट्रायल नहीं कराने का फैसला किया था, क्योंकि कई कोटा पहलवानों ने इसका विरोध किया था. ट्रायल नहीं कराने के डब्ल्यूएफआई के फैसले के बारे में पूछे जाने पर दत्त ने कहा कि कोटा हासिल करने वाले खिलाड़ी के लिए राष्ट्रीय ट्रायल की कोई जरूरत नहीं है.