नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए एक आपदा साबित हुआ क्योंकि वे बिना किसी पदक के घर लौटे. भारतीय खेल प्राधिकरण के मिशन ओलंपिक सेल के ज़रिए भारत सरकार ने भारतीय खेलों में काफ़ी निवेश किया. भारतीय दल के लिए 470 करोड़ रुपये की भारी राशि आवंटित की गई जिसमें 118 एथलीट शामिल थे.
सरकार ने पानी की तरह बहाया था पैसा, बिना कोई मेडल जीते लौटे बैडमिंटन खिलाड़ी - Paris Olympics 2024 - PARIS OLYMPICS 2024
Paris Olympics 2024 : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय बैडमिंटन दल के ऊपर सरकार ने पानी की तरह पैसा बहाया था, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि भारतीय शटलर पेरिस से बिना 1 मेडल जीते खाली हाथ वापस लौट आए. पढे़ं पूरी खबर.
पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन (AP Photo)
Published : Aug 13, 2024, 2:33 PM IST
|Updated : Aug 13, 2024, 2:43 PM IST
बैडमिंटन को 72.03 करोड़ रुपये का समर्थन मिला, जो किसी विशेष खेल के लिए दूसरी सबसे बड़ी फंडिंग है. साथ ही, इस खेल को 13 राष्ट्रीय शिविरों और 81 विदेशी प्रदर्शन यात्राओं सहित भारी समर्थन मिला.
- सात्विक और चिराग क्वार्टरफाइनल से बाहर
सात्विक और चिराग की भारतीय जोड़ी प्रतियोगिता शुरू होने से पहले ही पदक की दावेदार थी. लेकिन, ग्रुप स्टेज से शानदार फॉर्म में आने के बाद क्वार्टरफाइनल में उनका पहला ओलंपिक पदक जीतने का सपना टूट गया. स्वर्ण पदक के लिए पसंदीदा में से एक, सात्विक और चिराग ने पहले सेट की बढ़त गंवा दी और सोह वूई यिक और चिया आरोन की मलेशियाई जोड़ी के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में 21-13, 14-21, 16-21 से हार गए. यह भारत के लिए एक चौंकाने वाली हार थी क्योंकि पदक की दावेदार मानी जा रही जोड़ी अंतिम-8 चरण से ही बाहर हो गई. - पीवी सिंधु प्री क्वार्टरफाइनल से बाहर
पिछले दो संस्करणों में पदक जीतने वाली सिंधु इस बार लड़खड़ा गईं और पदक जीतने में असफल रहीं. पेरिस ओलंपिक के प्री-क्वार्टर फाइनल में चीन की ही बिंगजियाओ से 19-21, 14-21 से हारकर वह बाहर हो गईं. सिंधु की हार भारत के लिए बड़ा झटका थी क्योंकि वह लगातार तीसरा ओलंपिक पदक जीतने का मौका चूक गईं. - लक्ष्य सेन चौथे स्थान पर रहे
लक्ष्य सेन ने सेमीफाइनल तक पहुंचने तक शानदार सफर तय किया. सेमीफाइनल तक पहुंचने के उनके सफर में इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी के खिलाफ जीत भी शामिल थी जो इस खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं. लेकिन, इसके बाद वह पदक जीतने के दो मौकों का फायदा उठाने में विफल रहे. सबसे पहले, वह डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सेमीफाइनल हार गए और फिर पहला सेट जीतने के बाद मलेशिया के ली ज़ी जिया से हार गए.
Last Updated : Aug 13, 2024, 2:43 PM IST