सिडनी: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंडिया को तीसरे ही दिन हरा दिया. ऑस्ट्रेलिया ने 162 रनों का लक्ष्य 4 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया. जिसके साथ ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर 10 साल बाद 1-3 से कब्जा कर लिया. 2014-15 के बाद से ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपनी घरेलू धरती पर जीत नहीं मिली थी. स्कॉट बोलैंड को प्लेयर ऑफ द मैच और जसप्रीत बुमराह को प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवार्ड दिया गया.
ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 162 रनों का टारगेट
सिडनी टेस्ट तीसरे दिन 141/6 से आगे खेलते हुए भारत अपने रात के स्कोर में सिर्फ 16 रन ही जोड़ सका और तीसरे दिन के पहले 45 मिनट में उसकी दूसरी पारी 157 रनों पर समाप्त हो गई, जिससे भारत को 161 रनों की लीड मिल गई और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 162 रनों का टारगेट मिला. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के स्कॉट बोलैंड 6 विकेट लेने में सफल रहे जबकि कप्तान पैट कमिंस ने तीन विकेट लिए.
बुमराह गेंदबाजी करने के लिए मैदान पर नहीं उतरे
162 रनों के छोटे से लक्ष्य को डिफेंड करने के लिए भारतीय गेंदबाजों से चमत्कार की उम्मीद थी, लेकिन भारत के लिए चिंता की बात ये रही कि बुमराह गेंदबाजी करने के लिए मैदान पर नहीं उतरे. जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया का ये मैच जीतने में ज्यादा मुश्किल नहीं हुई. ऑस्ट्रेलिया ने 27 ओवर में लक्ष्य का पीछा पूरा कर लिया, जिसमें उस्मान ख्वाजा (41), ब्यू वेबस्टर (नाबाद 39) और ट्रेविस हेड (नाबाद 34) मुख्य योगदानकर्ता रहे.
दूसरी पारी में प्रसिद्ध कृष्णा के तीन विकेट लेने के बावजूद, यह भारत के लिए पर्याप्त नहीं था, जिसने खराब गेंदबाजी का प्रदर्शन किया, क्योंकि कमिंस और कंपनी ने आखिरकार वह ट्रॉफी जीत ली, जिसकी उसे लंबे समय से तलाश थी, खास तौर पर पर्थ में पहले मैच में 295 रनों से हार के बाद.