कौन हैं टोक्यो ओलंपिक में 4 गोल्ड मेडल जीतने वाली एम्मा, जानिए उनकी कहानी - Emma Mckeon
Emma Mckeon: ऑस्ट्रेलिया की स्विमर एम्पा मैककॉन ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से अपने देश का नाम ओलंपिक में रोशन किया है. आज हम आपको उनके शानदार करियर का बारे में बताने वाले हैं. पढ़िए पूरी खबर...
ऑस्ट्रेलिया स्विंग प्लेयर एम्मा मैककॉन, केट कैम्पबेल, ब्रोंटे कैम्पबेल और मेलानी श्लेन्जर (IANS PHOTOS)
नई दिल्ली:स्विमर एम्मा मैककॉन का जन्म 24 मई 1994 को ऑस्ट्रेलिया के वॉलोन्गॉन्ग के न्यू साउथ वेल्स में हुआ. ऑस्ट्रेलिया की एम्मा मैककॉन का करियर जबरदस्त रहा है. वो ओलंपिक इतिहास में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई हैं. उन्होंने रियो 2016 ओलंपिक खेलों में भाग लिया, जिसमें उन्होंने 3 रिले पदक जीते, जिसमें ब्रिटनी एल्म्सली, ब्रोन कैंपबेल और कैट कैंपबेल के साथ 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में स्वर्ण पदक शामिल है. उन्होंने 200 मीटर फ्रीस्टाइल में व्यक्तिगत कांस्य पदक भी जीता. टोक्यो 2020 में मैककॉन ने चार स्वर्ण पदक जीते, जिसमें 50 मीटर फ्रीस्टाइल, 100 मीटर फ्रीस्टाइल और 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल (विश्व रिकॉर्ड सहित) और महिलाओं की 4x100 मीटर मेडले रिले में जीत शामिल है.
स्विमिंग प्लेयर्स (IANS PHOTOS)
एम्मा ओलंपिक में जीत चुकी हैं 11 मेडल एम्मा मैककॉन ने 100 मीटर बटरफ्लाई, 4x200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले और 4x100 मीटर मिक्स्ड मेडले रिले में कांस्य पदक जीते, जिससे जापान में उनके पदकों की संख्या सात हो गई. किसी भी महिला तैराक द्वारा किसी एक ओलंपिक खेलों में सबसे अधिक पदक और सोवियत जिमनास्ट मैरिस गोरोखोव्स्काया के साथ किसी भी खेल में संयुक्त रूप से सबसे अधिक पदक उनके नाम दर्ज हो गए. मैककॉन के कुल 11 ओलंपिक पदकों ने इयान थोरपे और लीसेल जोन्स के अपने करियर के दौरान 9 पदकों के ऑस्ट्रेलियाई रिकॉर्ड को तोड़ दिया. उन्होंने 2022 में छह स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ अब तक के सबसे अधिक राष्ट्रमंडल खेलों के पदकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिससे उनके कुल पदकों की संख्या 20 हो गई.
स्विंमिंग प्लेयर्स (ANI PHOTOS)
एम्मा मैककॉन का शुरुआती करियर एम्मा मैककॉन पूल और समुद्र दोनों में तैरते हुए बड़ी हुई. उनकी पहली बड़ी प्रतियोगिता 2010 में सिंगापुर में ग्रीष्मकालीन युवा ओलंपिक खेलों में थी. वहां उन्होंने 4 x100 मीटर मेडले रिले में स्वर्ण पदक जीता. व्यक्तिगत स्पर्धाओं में उन्होंने 100 मीटर फ्रीस्टाइल में रजत पदक और 50 मीटर और 200 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते. 2012 में 17 साल की उम्र में मैककॉन ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक तैराकी टीम में जगह बनाने से चूक गईं. निराश होकर उन्होंने प्रतिस्पर्धी तैराकी छोड़ दी. इसके बाद उन्होंने साल के अंत तक उन्होंने खुद को फिर से समर्पित कर दिया और तैराकी में वापस आ गईं.
2013 में उन्होंने बार्सिलोना में फेडरेशन इंटरनेशनल डे नैटेशन (जिसे बाद में वर्ल्ड एक्वेटिक्स कहा गया) विश्व चैंपियनशिप में 4 x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में अपनी टीम को रजत जीतने में मदद की. उन्होंने रिले में प्रारंभिक तैराक के रूप में दो और रजत पदक जीते थे. राष्ट्रमंडल खेल, ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप 2014 में मैककॉन ने ग्लासगो में राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लिया. उन्होंने 200 मीटर फ्रीस्टाइल इवेंट में स्वर्ण पदक जीता. 1 मिनट 55.57 सेकंड के समय के साथ ऑस्ट्रेलियाई रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने 100 मीटर फ्रीस्टाइल और 100 मीटर बटरफ़्लाई में कांस्य पदक और साथ ही तीन रिले इवेंट (4 x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले, 4 x200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले और 4 x100 मीटर मेडले रिले) में स्वर्ण पदक जीते.
स्विमिंग प्लेयर्स (IANS PHOTOS)
रूस के कज़ान में 2015 की विश्व चैंपियनशिप में मैककॉन ने 4 x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले टीम को स्वर्ण और 4 x100 मीटर मेडले टीम को कांस्य जीतने में मदद की. अगले कुछ वर्षों में मैककॉन ने प्रतियोगिताओं में सफलतापूर्वक प्रदर्शन करना जारी रखा. 2016 में वह अपने पहले ओलंपिक में भाग लेने के लिए रियो डी जेनेरो गईं. उन्होंने 200 मीटर फ़्रीस्टाइल में कांस्य पदक सहित चार पदक जीते. टीम सदस्य के रूप में उन्होंने 4 x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में स्वर्ण पदक और 4 x200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले और 4 x मीटर मेडले रिले में दो रजत पदक जीते. उनका करियर शानदार रहा है.