मेलबर्न:युवा भारतीय बल्लेबाज नीतीश कुमार रेड्डी के पिता मुत्याला रविवार को उस वक्त भावुक हो गए, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के मेलबर्न टेस्ट के दौरान क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर से मुलाकात की. यह मुलाकात नीतीश द्वारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारत के लिए अपना पहला टेस्ट शतक लगाने के एक दिन बाद हुई.
सुनील गावस्कर का वीडियो वायरल
टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर ने रेड्डी की उपलब्धि की प्रशंसा की. उन्होंने रेड्डी के माता-पिता से भी बात की और बातचीत के दौरान भावुक हो गए. उनकी मुलाकात का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें मुत्याला को गावस्कर को गले लगाने से पहले सम्मान के तौर पर उनके पैर छूते हुए देखा जा सकता है.
पूर्व भारतीय कप्तान ने मुताल्या को गले लगाया और उनकी दृढ़ता, उनके द्वारा किए गए त्याग और रेड्डी के क्रिकेट करियर में उनके विश्वास के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. वीडियो ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है और देश भर के क्रिकेट प्रशंसकों का दिल जीत लिया है. गावस्कर ने इस मौके पर कहा, 'हम जानते हैं कि उन्होंने कितना त्याग किया है, उन्होंने बहुत संघर्ष किया है, आपकी वजह से मैं रो रहा हूं, आपकी वजह से भारत को हीरा मिला है, भारतीय क्रिकेट को हीरा मिला है.'
नीतीश कुमार रेड्डी का कमाल
बता दें कि नीतीश कुमार रेड्डी भारत के लिए टेस्ट में तीसरे सबसे कम उम्र के शतकवीर भी बने जब आंध्र के बल्लेबाज ने एमसीजी में तीसरे दिन अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया. नितीश रेड्डी ने 189 गेंदों पर 114 रनों की शानदार पारी खेलकर भारत को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला. उनकी पारी में 11 चौके और 1 छक्का शामिल था.
नीतीश कुमार रेड्डी ने मुश्किल समय में बनाया शतक
21 वर्षीय ऑलराउंडर के लिए यह दिन यादगार रहा, क्योंकि उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा. उन्होंने एक ऐसा पल बनाया जो आने वाले कई सालों तक क्रिकेट प्रशंसकों की यादों में रहेगा. अपने पहले टेस्ट शतक तक का सफ़र आसान नहीं था, इसमें कई चुनौतियां भी थीं, खासकर तब जब भारत ने वाशिंगटन सुंदर और जसप्रीत बुमराह को जल्दी-जल्दी आउट कर दिया.
जब मोहम्मद सिराज क्रीज पर नीतीश के साथ आए, तो ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस के पास नितीश को शतक से वंचित करने के लिए तीन गेंदें बची थीं. हालांकि, सिराज ने तूफान का सामना किया और सुनिश्चित किया कि नीतीश स्ट्राइक पर वापस आए और रेड-बॉल क्रिकेट में अपना शतक पूरा करें.