नई दिल्ली : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने भारतीय मीडिया को अपने अंतिम संबोधन के दौरान इगोर स्टिमैक द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए एक बयान जारी किया है. उनके अनुबंध और समाप्ति खंड की अनुपस्थिति के बारे में बहुत सारी बातें हुईं, जिससे प्रशंसक वर्ग में खलबली मच गई. एआईएफएफ ने अब कहा है कि स्टिमैक के अनुबंध में अंतिम राशि कोर कमेटी की मंजूरी के बिना दी गई थी.
एआईएफएफ द्वारा दिए गए बयान में कहा गया है,'एआईएफएफ के वर्तमान नेतृत्व ने सितंबर 2022 में कार्यभार संभाला था, उस समय स्टिमैक पहले से ही 3 साल से अधिक समय से इस पद पर थे. जब अक्टूबर 2023 में उनका अनुबंध नवीनीकरण के लिए आया, तो एआईएफएफ की कोर कमेटी की अध्यक्षता में उपाध्यक्ष एन.ए. हारिस ने पहले ही मुलाकात की और एआईएफएफ को प्रस्ताव दिया कि स्टिमैक को जनवरी 2024 से 30,000 अमेरिकी डॉलर के मासिक वेतन के साथ दो साल के अनुबंध की पेशकश की जा सकती है और कानूनी टीम को अनुकूल समाप्ति खंड के साथ अनुबंध को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया जा सकता है'.
बयान के अनुसार, स्टिमैक के नए अनुबंध के विवरण को कोर कमेटी की मंजूरी के बिना अंतिम रूप दिया गया और संशोधित किया गया. नए अनुबंध में यह निर्धारित किया गया कि स्टिमैक का अनुबंध फरवरी 2025 तक प्रति माह 30,000 अमेरिकी डॉलर का था और फरवरी 2024-जनवरी 2026 तक इसे बढ़ाकर 40,000 अमेरिकी डॉलर कर दिया गया, 'उक्त राशि के लिए कोर कमेटी की मंजूरी के बिना'.
बयान में कहा गया है, 'तत्कालीन महासचिव और एआईएफएफ कानूनी सलाहकार ने बातचीत की और इसे अंतिम रूप दिया और तत्कालीन महासचिव ने स्टिमैक के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. निष्पादित अनुबंध में फरवरी 2024 से जनवरी 2025 तक प्रति माह 30,000 अमेरिकी डॉलर (कोर समिति द्वारा अनुमोदित) और फरवरी 2024 से जनवरी 2026 तक प्रति माह 40,000 अमेरिकी डॉलर (उक्त राशि के लिए कोर समिति की मंजूरी के बिना) वेतन वृद्धि का प्रावधान है. अनुबंध निष्पादित करने से पहले एआईएफएफ के अनुकूल समाप्ति खंड डालने के संबंध में विशिष्ट निर्देशों का भी पालन नहीं किया गया. हालांकि, कारणवश समाप्ति के कुछ खंड अनुबंध में बरकरार रखे गए थे'.