नई दिल्ली: भारत के अनुभवी मुक्केबाज शिव थापा, दीपक भोरिया और निशांत देव सहित नौ भारतीय मुक्केबाज रविवार से इटली के बस्टो अर्सिजियो में शुरू होने वाले पहले विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने के लिए रिंग में उतरेंगे. भारत के सात पुरुष और दो महिला बॉक्सिंग प्लेयर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के कार्यकारी बोर्ड द्वारा बनाई गई एक तदर्थ संस्था पेरिस 2024 मुक्केबाजी इकाई (पीबीयू) द्वारा आयोजित किए जा रहे क्वालीफायर में ओलंपिक स्थान हासिल करने का लक्ष्य बनाए होंगे.
टूर्नामेंट में 49 कोटा स्थान दांव पर लगे होंगे और एक मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंचकर पेरिस ओलंपिक का टिकट पक्का कर लेगा. लेकिन महिलाओं के 60 किग्रा वर्ग में ओलंपिक स्थान तय करने के लिए सेमीफाइनल हारने वाली मुक्केबाजों के बीच ‘बॉक्स ऑफ’ (मुकाबला) होगा क्योंकि केवल तीन स्थान दांव पर लगे हैं. कई मुक्केबाजों ने अपने संबंधित महाद्वीपीय टूर्नामेंट से कोटा स्थान हासिल कर लिये हैं लेकिन कुछ विश्व स्तरीय मुक्केबाज इटली में ऐसा करना चाहेंगे.
भारतीय उम्मीदों की अगुआई 2023 विश्व चैम्पियनशिप के पदक विजेता भोरिया (51 किग्रा), मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) और देव (71 किग्रा) की तिकड़ी करेगी. भोरिया और देव अपने भार वर्ग में मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं. राष्ट्रमंडल खेलों के दो बार के कांस्य पदक विजेता हुसामुद्दीन घुटने की सर्जरी के बाद पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप के बाद पहली बार रिंग में उतरेंगे. छह बार के एशियाई चैम्पियनशिप पदक विजेता थापा (63.5 किग्रा) के साथ पूर्व एशियाई चैम्पियन संजीत (92 किग्रा) से भी काफी उम्मीदें लगी होंगी.
सुपर हैवीवेट मुक्केबाज नरेंद्र बेरवाल (+92 किग्रा) भी प्रबल दावेदार हैं. वह एशियाई महाद्वीप के मुक्केबाजों के लिए पहली क्वालीफाइंग प्रतियोगिता एशियाड में सभी भारतीय पुरुष मुक्केबाजों के बीच कोटा हासिल करने के सबसे करीब पहुंचे. महिलाओं में जैस्मीन लम्बोरिया को महिलाओं के 60 किग्रा वर्ग में कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलेगी. पूर्व युवा विश्व चैम्पियन अंकुशिता बोरो (66 किग्रा) को अरुंधति चौधरी की जगह मौका दिया गया है.