हैदराबाद :आज 9 जुलाई मंगलवार के दिन आषाढ़ महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि है. यह तिथि शिव और उनकी पत्नी माता गौरी देवी द्वारा नियंत्रित होती है. गृह प्रवेश, गृह निर्माण, कलात्मक कार्यों के लिए शुभ तिथि मानी जाती है. विवाद और मुकदमेबाजी के लिए अशुभ है. इस तिथि के दिन झगड़े और मुकदमों से दूर रहना चाहिए आज विनायक चतुर्थी है. तृतीया तिथि सुबह 06.08 बजे तक ही है. चूंकि, सूर्योदय 6 बजे हो रहा है और सूर्योदय के समय तक तृतीया तिथि चल रही है, ऐसे में पूरे दिन तृतीया तिथि ही मानी जाती है.
विनायक चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त:हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 9 जुलाई की सुबह 06:08 से हो रही है. चतुर्थी का समापन 10 जुलाई को सुबह 07:51 पर होगा. पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:03 से 01:40 तक रहेगा.
विनायक चतुर्थी का महत्व:अगर आपके कार्य में अवरोध उत्पन्न हो रहा हो तो विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए. पूजा करते समय पान का बीड़ा चांदी का अर्क लगाकर भगवान गणेश को चढ़ाएं. इससे आपके मार्ग की रुकावटें दूर हो जाएंगी. अगर घर की आर्थिक स्थिति खराब चल रही है, तो विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करें और गुड-घी का प्रसाद चढ़ाएं. इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. व्यवसाय की रुकावटें दूर करना चाहते हैं, तो विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी को 21 दूर्वा की गांठ व 21 गुड़ के लड्डू चढ़ाना चाहिए. निश्चित तौर पर सफलता हासिल होगी. विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करते समय ओम गं गणपतए नमः मंत्र का 11 या 21 बार जाप करना चाहिए.
इस नक्षत्र में शुभ कार्यों से बचें :आज के दिन चंद्रमा कर्क राशि और अश्लेषा नक्षत्र में रहेगा. कर्क राशि में अश्लेषा नक्षत्र का विस्तार 16:40 से 30 डिग्री तक है. इसके देवता सर्प हैं और नक्षत्र स्वामी बुध है. इस नक्षत्र को अच्छा नक्षत्र नहीं माना जाता है.किसी भी तरह का शुभ कार्य करने से इस नक्षत्र में बचना चाहिए. हालांकि युद्ध में सफलता की तैयारी, तांत्रिक कार्य, कारावास या अलगाव से जुड़े कार्य, विनाश के कार्य और वरिष्ठों के साथ गठबंधन तोड़ने के कार्य इस नक्षत्र में किए जा सकते हैं.