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साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण होगा देखने लायक, जानें कब-कहां- दिखेगा, सूतक काल से ये देश होंगे प्रभावित - Surya Grahan 2024

साल 2024 का आखिरी सूर्य ग्रहण अक्टूबर महीने में पड़ने जा रहा है. ऐसे में बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि ये सूर्य ग्रहण किस-किस देश में दिखाई देगा और कहां कहां सूतक काल मान्य होगा. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री ने ऐसे ही कई सवालों के जवाब दिए.

SURYA GRAHAN 2024
साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण अक्टूबर में होगा (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 23, 2024, 6:01 PM IST

Updated : May 28, 2024, 12:22 PM IST

Surya Grahan 2024: सूर्य ग्रहण जब पड़ता है तो हर कोई जानना चाहता है कि आखिर यह सूर्य ग्रहण कब होगा. साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण अक्टूबर महीने में पड़ने जा रहा है. यह सूर्य ग्रहण किस दिन है कहां-कहां दिखाई देगा, भारत में दिखाई देगा या नहीं देगा, सूतक काल कहां-कहां मान्य होगा.

अक्टूबर में है साल का दूसरा सूर्य ग्रहण

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि"साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को था जो कि भारत में दिखाई नहीं दिया था और इसलिए सूतक काल भी इसका मान्य नहीं था. जिन देशों में यह दिखाई दिया था वहां सूतक काल मान्य था. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024 को पड़ने जा रहा है. ये सूर्य ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए भारत में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा."

साल का दूसरा सूर्य ग्रहण कहां दिखेगा

साल का दूसरा सूर्य ग्रहण जो की अभी कुछ महीने बाद 2 अक्टूबर को पड़ने जा रहा है, ये सूर्य ग्रहण भारत देश में दिखाई नहीं देगा. इसलिए ये मान्य भी नहीं होगा. ये सूर्य ग्रहण दक्षिण व उत्तरी अमेरिका पेसिफिक क्षेत्र अटलांटिक भाग, आर्कटिक क्षेत्र अंटार्कटिका समेत कई देशों में दिखाई देगा. इस ग्रहण का संबंध भारत से कुछ भी नहीं है. ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि ये माद्य सूर्य ग्रहण है और जब भारत में दिखाई नहीं देगा तो मान्य भी नहीं होगा.

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सूतक काल कब लगेगा

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि"जहां-जहां सूर्य ग्रहण दिखेगा वहां-वहां सूतक काल भी मान्य होगा. जहां-जहां ये सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा वहां सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. इसे माद्य सूर्य ग्रहण भी कहते हैं क्योंकि भारत देश में ये सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा इसलिए यहां सूतक भी मान्य नहीं होगा और जहां दिखेगा वहां ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले से सूतक काल शुरू हो जाता है. जब सूतक लग जाता है उस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं, मंदिरों में पूजा पाठ नहीं होती है. जो खाना बचा होता है उसमें तुलसी दल डालकर ढंक कर रख दिया जाता है. गर्भवती महिलाएं बाहर नहीं निकलती हैं. धर्म-कर्म के काम ,शुभ कार्य बंद हो जाते हैं और कई लोग गंगा जी में जाकर माला जपते हैं. इसे भी बहुत शुभ माना गया है."

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं, ज्योतिष गणना और ज्योतिषविदों की जानकारी के आधार पर है, ETV Bharat इसके पूर्ण सत्य होने का दावा नहीं करता.

Last Updated : May 28, 2024, 12:22 PM IST

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