हमारे देश में हृदय रोग के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. ज्यादातर लोगों को कम उम्र में ही दिल का दौरा पड़ रहा है. इसका मुख्य कारण तनावपूर्ण जीवन शैली और खानपान की गलत आदतें हैं. इसके अलावा बहुत अधिक तला-भुना खाना, व्यायाम की कमी और धूम्रपान जैसी बुरी आदतों भी इस समस्या की वजह है. इन आदतों के कारण भी यह समस्या ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रभावित कर रही है. आजकल यह बीमारी उम्र देखकर नही हो रही, यह किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही है .
ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को गलत आदतों वाली जीवनशैली से बाहर निकलने की कोशिश करनी चाहिए. इस बचने के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा कच्ची सब्जियों और फलों का सेवन करना चाहिए. वहीं कम समय के लिए भी शारीरिक गतिविधि करके स्वस्थ जीवन जीया जा सकता है. रोजाना सिर्फ 2 किलोमीटर पैदल चलने से शरीर को दोगुना फायदा हो सकता है. जानें हृदय रोगियों को विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार किस प्रकार की वॉकिंग करनी चाहिए, खबर में जानते हैं रोजाना 2 किलोमीटर पैदल चलने से क्या फायदे होंगे...
ब्रिस्क वॉकिंग क्या है?
ब्रिस्क वॉकिंग एक वॉकिंग का प्रकार है. इस प्रकार की वॉकिंग में हमें सामान्य वॉकिंग की तुलना में थोड़ा तेज चलना पड़ता है. इसमें व्यक्ति को 3 मील प्रति घंटा या 100 कदम प्रति मिनट चलना होता है. ऐसे में इस दौरान हृदय गति 110 से 120 बीट प्रति मिनट तक हो जाती है. जो कि हार्ट पेशेंट और हेल्दी लोगों के लिए काफी फायदेमंद है.
रोजाना 2 किलोमीटर पैदल चलने के फायदे
हार्ट और फेफड़ों के स्वास्थ्य में सुधार करता है.
प्रतिदिन तेज गति से टहलने से हृदय संबंधी समस्याओं से राहत मिल सकती है.
इस तरह टहलने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. यह रक्त संचार को सही रखने में मदद करता है. एक्टिव तौर से पैदल चलने से हम हार्ट डिजीज के खतरे को कम कर सकते हैं.