कॉन्टैक्ट लेंस को चश्में का सुरक्षित विकल्प माना जाता है. लेकिन कई बार कॉन्टैक्ट लेंस के इस्तेमाल से जुड़ी कुछ गलतियां आंखों में इंफेक्शन या अन्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं. इसलिए जरूरी हैं कि कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल सही तरीके से और तमाम सावधानियों के साथ किया जाए...
सावधानी से करें कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल
कॉन्टैक्ट लेंस आजकल सिर्फ चश्में के विकल्प के रूप में ही नहीं बल्कि फैशन के तौर पर भी इस्तेमाल किए जाते हैं. यह दरअसल छोटी, पारदर्शी प्लास्टिक की डिस्क की तरह होते हैं, जिन्हें आंखों की पुतली पर लगाया जाता है. कॉन्टैक्ट लेंस चश्मे का ऐसा अदृश्य विकल्प हैं जो नजर सुधारने के साथ-साथ आंखों को एक आकर्षक लुक भी देते हैं.
बाजार में कई तरह के कॉन्टैक्ट लेंस मिलते हैं जो अलग-अलग अवधि तक इस्तेमाल के लिए बने होते हैं जैसे कुछ सिर्फ एक बार इस्तेमाल वाले होते हैं वहीं कुछ ज्यादा अवधि के लिए, लेकिन कॉन्टैक्ट लेंस चाहे नंबर वाले हों या अलग-अलग रंगों वाले जिनका मुख्य उपयोग फैशन के चलते आंखों की पुतलियों का रंग बदलने के लिए किया जाता है. उनके इस्तेमाल में साफ-सफाई और सावधानी का रखना बेहद जरूरी होता है. कॉन्टैक्ट लेंस के इस्तेमाल में जरा सी लापरवाही भी आंखों को काफी नुकसान पहुंचा सकती है.
क्या कहते हैं चिकित्सक
नई दिल्ली कि नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नुपूर जोशी बताती हैं कि कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते समय थोड़ी सी लापरवाही भी आपकी आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है. कॉन्टैक्ट लेंस सही तरीके से ना पहनने या उनसे जुड़ी साफ-सफाई का ध्यान ना रखने से ना सिर्फ आंखों में बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है वहीं लंबे समय तक ऐसी आदतें आंखों की रोशनी पर भी बुरा असर डाल सकती हैं.
वह बताती हैं कि गलत तरीके से लेंस पहनने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं जैसे आंखों में जलन और लालिमा, बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण, कॉर्नियल अल्सर या आंख के ऊपर घाव, आंखों की रोशनी पर बुरा असर तथा सूखी आंखें या ड्राई आई सिंड्रोम आदि.
कॉन्टैक्ट लेंस पहनने में की जाने वाली आम गलतियां
वह बताती हैं बहुत से लोग जाने-अनजाने में कॉन्टैक्ट लेंस के इस्तेमाल में गलतियां करते हैं, जिनमें से कुछ आम गलतियां इस प्रकार हैं.
लेंस लगाने से पहले हाथ साफ न करना: गंदे हाथों से लेंस लगाने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.