शादी एक ऐसा बंधन है, जहां दो अनजान लोग (लड़का-लड़की) ताउम्र के लिए एक दूसरे के साथ बंध जाते है. शादी हर किसी के जीवन में एक खुशी और उत्साह का पल होता है और यह उतना ही महत्वपूर्ण भी होता है. शादी से पहले हर कोई प्री फोटोशूट, प्री वेडिंग पार्टी, राशिफल, शादी के खाने का मेन्यू और कपड़ों की शॉपिंग पर पूरा ध्यान देता है. लेकिन, इस झंझट में वे अपने जीवन की महत्वपूर्ण चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं. परिणामस्वरूप, अधिकांश लोग किसी न किसी वजह से अपने पार्टनर से अलग हो जाते हैं. जिसके कारण न सिर्फ दो जिंदगियां बर्बाद जाती हैं, बल्कि दो परिवार भी तबाह हो जाते है.
ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि शादी से पहले सभी जोड़ों को प्री मेरिटल चेकअप जरूर करना चाहिए, शादी से पहले कुछ मेडिकल चेकअप कराने से फ्यूचर में वैवाहिक जीवन में होने वाली परेशानियों की आशंका कम हो सकती है. इस खबर के माध्यम से जानें कि शादी से पहले लड़का-लड़की को कौन-कौन से मेडिकल चेकअप करना जरूरी होता है...
शादी से पहले इन टेस्टों का करना बेहद जरूरी
STD टेस्ट: हर जोड़े को शादी से पहले यह STD टेस्ट कराना चाहिए, क्योंकि सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज दिखाई नहीं देते है. शादी के बाद जोड़े नियमित रूप से सेक्स करना शुरू कर देते हैं. ऐसे में शादी के बाद यौन संचारित रोग होने की समस्या से बचने के लिए यह टेस्ट जरूरी है. इसके अलावा जो लोग शादी से पहले सेक्स करते हैं उनके लिए एसटीडी टेस्ट बहुत जरूरी है.
जेनेटिक टेस्ट: शादी से पहले हर किसी को जेनेटिक टेस्ट कराना चाहिए, क्योंकि इस टेस्ट से आप अपने होने वाले बच्चों को कुछ आनुवांशिक खतरों से बचा सकते हैं. साथ ही, इस परीक्षण के कारण भविष्य में आपके साथी को आनुवंशिक रोग हो सकता है या नहीं, इसकी जानकारी भी आपको मिल जाएगी. इस टेस्ट को करने से किसी बीमारी का पता चलने पर उसका तुरंत इलाज किया जा सकता है.
थैलेसीमिया: थैलेसीमिया एक ब्लड डिसऑर्डर है. अगर पति-पत्नी दोनों को यह बीमारी है तो भविष्य में बच्चों को भी यह बीमारी हो सकती है. अगर बच्चों को यह बीमारी हो जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है, इसलिए इस टेस्ट को करना बेहद जरूरी होता है.
ब्लड टेस्ट: शादी से पहले खून की जांच बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर दंपत्ति का ब्लड ग्रुप एक-दूसरे से मेल नहीं खाता तो गर्भावस्था के दौरान कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. विशेष रूप से महिलाओं को शादी से पहले अपना ब्लड टेस्ट जरूर करा लेना चाहिए.
मेंटल टेस्ट: शादी से पहले या बाद में मानसिक बीमारी को नजरअंदाज करना बहुत महंगा पड़ सकता है. मानसिक स्वास्थ्य को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. अगर आपको कोई मानसिक समस्या है तो आपको मनोचिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए. इससे आपका वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा.
ओवेरियन टेस्ट: बढ़ती उम्र और अन्य कारणों से अंडे का उत्पादन कम होने लगता है. इससे बच्चे पैदा करना मुश्किल हो जाता है. परिणामस्वरूप, कपल एक दुसरे से अलग होने लगते हैं. यही कारण है कि यह परीक्षण बेहद महत्वपूर्ण होता है.
इनफर्टिलिटी टेस्ट: इनफर्टिलिटी टेस्ट का उपयोग पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या मापने के लिए किया जाता है. अगर पुरुषों में स्पर्म काउंट कम है तो इसे बढ़ाया जा सकता है. इसलिए पुरुषों को यह टेस्ट जरूर कराना चाहिए. इससे भविष्य में संभावित खतरों को रोका जा सकता है.
पैप स्मीयर टेस्ट: पैप स्मीयर टेस्ट का उपयोग महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के खतरे को निर्धारित करने के लिए किया जाता है.
HIV टेस्ट: हर जोड़े को शादी से पहले एचआईवी की जांच करानी चाहिए, क्योंकि यदि उनमें से किसी एक को एचआईवी है, तो यह उन दोनों का जीवन बर्बाद कर सकता है. इसलिए शादी से पहले एचआईवी की जांच कराना बहुत जरूरी है. दोनों को बिना किसी शर्म के एचआईवी की जांच करानी चाहिए.
(डिस्क्लेमर: यह सामान्य जानकारी केवल पढ़ने के लिए है. ईटीवी भारत इस जानकारी की वैज्ञानिक वैधता के संबंध में कोई समर्थन नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श लें.)