लेकिन जो लोग भी वॉटर हीटर रॉड का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें कापी सावधानी बरतने की जरूरत होती है. वॉटर हीटर रॉड का इस्तेमाल करने के लिए आपको अलर्ट और होशियारी से काम करना पड़ता है. इसे एक रिस्की काम माना जाता है, क्योंकि छोटी सी भूल भी बड़ा नुकसान कर सकती है. इस खबर के माध्यम से जानते है कि वॉटर हीटर रॉड का इस्तेमाल करते समय किन-किन बातों का ख्याल रखना होगा...
हीटर का उपयोग करते समय बरती जाने वाली सावधानियां...
वॉटर हीटर रॉड को हमेशा प्लास्टिक की बाल्टी में ही इस्तेमाल करें, इसे कभी भी पानी में डालने से पहले गर्म न करें.
वॉटर हीटर रॉड को पानी में डालने के बाद ही स्विच ऑन करें, लगाने के बाद बाल्टी को छूने से बचें.
वॉटर हीटर रॉड को लगाते समय पैरों में चप्पल जरूर पहन लें, इसे बंद करने के बाद भी कम से कम 10-15 सेकंड के लिए पानी या हीटर को छूने से बचें.
वॉटर हीटर रॉड को दो साल से ज्यादा समय तक इस्तेमाल न करें, इसका इस्तेमाल करने से पहले किसी इलेक्ट्रिशियन से चेक करा लें.
सस्ता वॉटर हीटर रॉड न खरीदें, इसे चुनते समय वॉटर हीटर रॉड की वाट क्षमता का भी ख्याल रखें
हीटर में पानी गर्म करने के बाद उसे प्लग से निकाल लें. ऐसे ही रखने पर भूल जाने का खतरा रहता है. इससे हीटर ज्यादा गरम हो सकता है और आग लग सकती है
स्विच ऑन होने पर पानी को न छुएं. सदमा लगने की आशंका है. बटन बंद करने के 10 सेकंड बाद वॉटर हीटर को बाहर निकालें और जांचें.
हीटर को बच्चों की पहुंच में न रखें. करंट लगने की आशंका है. बाथरूम में स्थापित न करें.
हीटर लगाने के बाद जब तक वह गर्म रहे तब तक उसे प्लास्टिक की बाल्टी से दूर रखें. गर्मी के कारण प्लास्टिक पिघल सकता है. घंटों तक हीटर चालू न रखें.
सुनिश्चित करें कि हीटर की रॉड पानी में डूबी हुई है. स्विच ऑफ करने के बाद, प्लग हटा दें और गर्मी जांचने के लिए पानी को छूएं.
आईएसआई मार्क वाले हीटर खरीदने चाहिए. 1500-200 वॉट और 230-250 के बीच वोल्टेज वाले हीटर खरीदें.
(डिस्कलेमर: यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप विशेषज्ञ की सलाह ले लें.)