तेल अवीव:हमास द्वारा अपने प्रमुख याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि के बाद सभी की निगाहें फिलिस्तीनी लड़ाके के अगले चीफ पर टिकी हैं. याह्या सिनवार के डिप्टी खलील अल-हय्या, मोहम्मद सिनवार और खालिद मशाल के नामों पर जोर शोर से चर्चा हो रही है. इनके बारे में कहा जा रहा है इनमें से कोई एक याह्या सिनवार का उत्तराधिकारी हो सकता है. हालांकि, कहा ये भी जा रहा है कि इनमें से किसी एक को चीफ बनाने के बाद सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा नहीं की जाएगी.
इजराइल पिछले साल 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार को मानाता है. इजराइली रक्षा बलों ने गाजा में याह्या सिनवार को मारने का दावा किया. याह्या सिनवार ने हमास के पिछले नेता इस्माइल हनिया की जगह ली थी. इस साल जुलाई में ईरान में हुए एक विस्फोट में हानिया की हत्या की मौत हो गई. इसके लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया गया.
बंधकों को लेकरखलील अल-हय्या की धमकी
याह्या सिनवार के डिप्टी खलील अल-हय्या के एक धमकी की काफी चर्चा हो रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अल-हय्या ने धमकी दी है कि बंधकों को तब तक रिहा नहीं किया जाएगा जब तक गाजा में इजरायली हमला समाप्त नहीं हो जाता. इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अगली चीफ बनेगा. न्यूज एजेंसी एपी के अनुसार हमास के मामलों का प्रबंधन एक सामूहिक नेतृत्व द्वारा किया जाता है. इसमें समूह की शूरा परिषद के प्रमुख और गाजा, पश्चिमी तट और विदेशों के क्षेत्रों के प्रभारी अधिकारी शामिल होते हैं. हालांकि, सिनवार ने गाजा में इजरायली बंधकों से संबंधित सभी मामलों को नियंत्रित किया.
याह्या सिनवार का संभावित उत्तराधिकारी कौन है?
हमास प्रमुख याह्या सिनवार की मौत के बाद उनके उत्तराधिकारी के नामों पर चर्चा तेज हो रही है. इनमें खलील अल-हय्या, मोहम्मद सिनवार और खालिद मशाल के नाम सबसे आगे है. खलील अल-हय्या कतर में रहता है और गाजा का प्रभारी है. इसके साथ ही मोहम्मद सिनवार को चीफ बनाने की खबर है. इजराइली सुरक्षा के अनुसार मोहम्मद सिनवार ही चीफ बनेगा.
इसके साथ ही दो अन्य क्षेत्रीय नेताओं में से एक जहीर जिब्रील के नाम की भी चर्चा है. उसे पश्चिमी तट की जिम्मेदारी सौंपी गई है. खालिद मशाल विदेश मामलों का प्रभारी है. इन्हें भी अगले हमास प्रमुख के रूप में माना जा सकता है.
कौन है खलील अल-हय्या
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खलील अल-हय्या को याह्या को सिनवार का करीबी माना गया. उसने सिनवार के डिप्टी के रूप में कार्यभार संभाला. हालांकि अल-हय्या को सिनवार की तरह कट्टरपंथी नहीं माना जाता है. उसने 2014 में और मौजूदा संघर्ष के दौरान हमास की युद्ध विराम वार्ता का नेतृत्व किया. वह समूह का एक बड़ा नेता है. खलील अल-हय्या को हनीया का भी करीबी बताया गया. उसका कथित तौर पर ईरान के साथ उनके अच्छे संबंध हैं.