वाशिंगटन: अमेरिका ने पिछले तीन वर्षों में क्वाड की ओर से गठबंधन में की गई महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर दिया. इसके साथ ही साल 2024 में जब भारत को इसकी मेजबानी करनी है इश गति को जारी रखने के महत्व को भी रेखांकित किया. एक प्रेस ब्रीफिंग में, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने क्वाड की आगामी वर्षगांठ के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने क्वाड की प्रगति और स्वतंत्र, खुले और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के साझा दृष्टिकोण पर बार-बार गर्व व्यक्त किया है.
पियरे ने कहा कि मैं यह कहूंगी कि पिछले तीन वर्षों में क्वाड ने जो प्रगति की है, उस पर राष्ट्रपति को अविश्वसनीय रूप से गर्व है. उन्होंने कहा कि हम साल 2024 जिसमें भारत क्वाड की मेजबानी करेगा को भी काफी सकारात्मक रूप से देख रहे हैं. हम उम्मीद कर रहे हैं कि गठबंधन में योजनाओं को लेकर प्रगति की गति बरकरार रहेगी.
पियरे ने कहा कि हम न केवल अमेरिका के बारे में बात कर रहे हैं, बल्कि जाहिर तौर पर भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बारे में भी बात कर रहे हैं. हम सभी का दृष्टिकोण एक स्वतंत्र, खुले और समृद्ध इंडो-पैसिफिक का साझा करने के बारे में समान है. अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया से युक्त क्वाड का लक्ष्य भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ठोस लाभ पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि क्वाड हमारे सभी देशों को इंडो-पैसिफिक के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ठोस लाभ पहुंचाने में मदद कर रहा है. इसलिए हम 2024 में भी क्वाड में योजनाओं पर प्रगति को जारी रखने के लिए तत्पर हैं.
I2U2 पहल पर ध्यान केंद्रित करते हुए, पियरे ने कहा कि इसके लिए राष्ट्रपति बाइडेन प्रतिबद्ध हैं. इस पहल का उद्देश्य खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, अंतरिक्ष संचालन, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य उद्यमों से संबंधित चुनौतियों का समाधान करना है. I2U2 समूह भारत, इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका का एक समूह है. उन्होंने कहा कि I2U2 गंभीर रूप से महत्वपूर्ण बना हुआ है. राष्ट्रपति यह सुनिश्चित करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं कि हम I2U2 के साथ जारी रहें. पियरे ने इस बात पर जोर दिया कि I2U2 एक प्राथमिकता बनी हुई है.