कीव: यूक्रेनी वायु सेना ने गुरुवार को कहा कि रूस ने द्निप्रो शहर पर एक बड़ा मिसाइल हमला किया, जिसमें इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) शामिल थी. इसके अलावा रूस के आस्ट्राखान क्षेत्र से एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल भी लॉन्च की गई. ताम्बोव क्षेत्र में एक मिसाइल मिग-31K लड़ाकू जेट से दागी गई.
सेना ने बताया कि रूसी हमले में Kh-47M2 किंजल एरोबैलिस्टिक मिसाइल और वोल्गोग्राद क्षेत्र में Tu-95MS रणनीतिक बमवर्षकों से दागी गई सात Kh-101 क्रूज मिसाइलें भी शामिल थीं. फिलहाल यूक्रेनी वायु सेना ने पीड़ितों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है.
वायु सेना ने कहा, "एक बार फिर हम नागरिकों से हवाई चेतावनी संकेतों में देरी न करने के लिए कहते हैं! और हम सभी मीडियाकर्मियों और ब्लॉगर्स से यूक्रेन के सशस्त्र बलों के युद्ध कार्य और यूक्रेनी राज्य के लिए किसी भी खतरे को लेकर जानकारी जिम्मेदारी से फैलाने का आह्वान करते हैं."
इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लंबी दूरी का हथियार
उल्लेखनीय है कि एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) एक लंबी दूरी का हथियार है, जिसे स्पेस में दागा जाता है और फिर इससे एक वारहेड छोड़ता है जो अपने लक्ष्यों पर गिरने के लिए वायुमंडल में वापस आ जाता है. माना जाता है कि इन मिसाइलों की न्यूनतम सीमा 5,500 किलोमीटर (3,400 मील) है,
कितने किलोमीटर तक जा सकती है मिसाइल?
सेंटर फॉर आर्म्स कंट्रोल एंड नॉन-प्रोलिफरेशन के अनुसार इन मिसालों के कुछ वर्जन 9,000 किलोमीटर से भी अधिक दूर तक जा सकते हैं. पहला ICBM रॉकेट 1957 में तत्कालीन सोवियत संघ द्वारा लॉन्च किया गया था, उसके बाद 1959 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने इसे लॉन्च किया था.
इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार को पुष्टि की कि वह यूक्रेन को रूसी हमलों के खिलाफ देश की रक्षा में सहायता के लिए नॉन-प्रजिस्टेंट एंटी-पर्सनल लैंडमाइन प्रदान करेगा. ऐसी खबरें हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को एंटी-पर्सनल लैंडमाइंस उपलब्ध कराने के लिए अधिकृत किया है.
यह भी पढ़ें- रूस-यूक्रेन के बीच हवाई हमले का खतरा, कीव में अमेरिकी दूतावास बंद