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ब्रिटेन में कश्मीरियों का PoK अशांति के मुद्दे पर पाकिस्तान दूतावास के बाहर विरोध-प्रदर्शन - UK Kashmiris protest - UK KASHMIRIS PROTEST

UK Kashmiris protest outside Pakistani consulate: पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में जारी हिंसक घटनाओं को लेकर ब्रिटेन में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया. यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (UKPNP) के सदस्यों ने यह प्रदर्शन किया.

UK Kashmiris protest
ब्रिटेन में कश्मीरियों का विरोध प्रदर्शन (प्रतिकात्मक तस्वीर ) (IANS)

By ANI

Published : May 14, 2024, 11:22 AM IST

ब्रैडफोर्ड: यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (UKPNP) के सदस्यों ने ब्रिटेन के ब्रैडफोर्ड शहर में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में असंतोष बढ़ने के मुद्दे को लेकर उन्होंने विरोध-प्रदर्शन किया. वाणिज्य दूतावास के बाहर अपने प्रदर्शन के दौरान पार्टी के कई नेताओं और कश्मीरी प्रवासियों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित बाल्टिस्तान (PoGB) के लोगों के चल रहे संघर्ष के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया.

यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (UKPNP) की ओर से यह जानकारी दी गई. यूकेपीएनपी के नेताओं ने संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (JAAC) द्वारा रखी गई मांगों के चार्टर के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया और पंजाब प्रांत से पंजाब कांस्टेबुलरी और फ्रंटियर कोर की तैनाती की निंदा की. इससे पहले पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) की राजधानी मुजफ्फराबाद में असंतोष व्याप्त रहा.

यहां शटर-डाउन, हड़ताल के आह्वान से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार यह विरोध हाल ही में हुई पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए पीपुल्स एक्शन कमेटी के एक आह्वान से प्रेरित था. कथित तौर पर विभिन्न इलाकों में कानून प्रवर्तन और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई. हंगामे से जुड़े दृश्यों में पथराव और आंसूगैस के गोले दागे वाली तस्वीरों से क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया.

मुजफ्फराबाद और मीरपुर डिवीजनों में रात भर की पुलिस छापेमारी में जम्मू-कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद यह हड़ताल हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि विरोध प्रदर्शन से पूर्व एहतियाती कदमों को लेकर समिति को अपने उद्देश्य के लिए समर्थन जुटाने के लिए प्रेरित किया. 11 मई को निर्धारित मुजफ्फराबाद की ओर लंबे मार्च की घोषणा पिछले महीने समिति ने की थी, जिसमें राज्य भर से व्यापक भागीदारी पर जोर दिया गया था.

इस आंदोलन के मूल में बिजली बिलों पर लगाए जाने वाले अन्यायपूर्ण कराधान पर गहरी आपत्ति जताई गई है. पिछले साल इसी तरह की शटर-डाउन हड़ताल की गई थी, जिसमें पीओजेके में जल विद्युत की उत्पादन लागत के अनुरूप उचित बिजली मूल्य निर्धारण की मांग को तेज किया गया था. पूर्व वार्ताओं और फरवरी में सरकारी अधिसूचना के बावजूद शिकायतें बनी रहीं. इसके परिणामस्वरूप एक लंबा मार्च निकाला गया.

द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार लंबे मार्च के लिए जेएएसी के आह्वान के मद्देनजर क्षेत्र में भड़के हिंसक विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए रविवार को पाकिस्तान में पाकिस्तानी सैन्य रेंजरों को तैनात किया गया. यह निर्णय अवामी एक्शन कमेटी (AAC) के आह्वान पर लिया गया क्योंकि उच्च बिजली बिलों और करों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन रविवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गया. यह घटनाक्रम मीरपुर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद आया है, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हो गए.

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