हैदराबादः दुर्लभ पृथ्वी खनिजों (Rare Earth Metals) पर वैश्विक प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि अगर यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी मदद चाहता है तो बदले में उसे दुर्लभ मृदा खनिज उपलब्ध कराए. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की अपने देश को अमेरिकी सहायता दिलाने के बदले इन खनिजों पर सौदे के लिए तैयार दिख रहे हैं.
क्यों है महत्वपूर्णः इससे यह साफ है कि भू-राजनीतिक शक्ति संतुलन में इन धातुओं की भूमिका अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है. अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ जैसे प्रमुख देश इन संसाधनों पर नियंत्रण पाना चाहते हैं, जिससे उनकी तकनीकी और सामरिक ताकत बढ़ सकेयहां, हम समझने का प्रयास करते हैं कि आखिर, इन दुर्लभ पृथ्वी धातुओं में ऐसा क्या खास है कि अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ जैसे प्रमुख देश इसका एक हिस्सा चाहते हैं.
दुर्लभ मृदा खनिज क्या है: दुर्लभ खनिज ऐसे खनिज हैं जो किसी देश के आर्थिक विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये आवश्यक है. दुर्लभ मृदा खनिज 17 रासायनिक रूप से समान तत्वों का एक समूह है जो कई हाई-टेक उत्पादों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है. नियोडिमियम, डिस्प्रोसियम और टेरबियम जैसे दुर्लभ मृदा तत्वों का उपयोग स्थायी चुम्बकों में किया जाता है, जिनकी आवश्यकता इलेक्ट्रिक वाहनों, अपतटीय पवन टर्बाइनों और रोबोटिक्स में मोटर चलाने में मदद के लिए होती है.
इसकी मांग अधिक क्यों हैं: अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, दुर्लभ-पृथ्वी खनिज 200 से अधिक उत्पादों के लिए आवश्यक घटक हैं. विशेष रूप से उच्च तकनीक वाले उपभोक्ता उत्पाद, जैसे सेलुलर फोन, कंप्यूटर हार्ड ड्राइव, इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहन, फ्लैट स्क्रीन मॉनिटर और टीवी. महत्वपूर्ण रक्षा अनुप्रयोगों में इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले, मार्गदर्शन प्रणाली, लेजर और रडार और सोनार सिस्टम शामिल हैं.
सबसे बड़े भंडार वाले शीर्ष 5 देशों की सूची | |
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देश | भंडार 2024 (मिलियन टन) |
चीन | 44 |
ब्राजील | 22 |
वियतनाम | 21 |
रूस | 10 |
भारत | 7 |
दुर्लभ पृथ्वी खनिजों का बाजारःभविष्य के बाजार मद्देनजर, दुर्लभ पृथ्वी धातु बाजार में मजबूत वृद्धि देखने को मिलेगी. अनुमानित बाजार आकार 2024 में 6.2 बिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 2034 तक 16.1 बिलियन अमरीकी डालर हो जाएगा. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण 2024 का अनुमान है कि दुनिया भर में दुर्लभ पृथ्वी खनिजों के 110 मिलियन टन भंडार हैं. चीन वैश्विक दुर्लभ पृथ्वी खनन क्षमता का 70% और प्रसंस्करण क्षमता का 90% नियंत्रित करता है.
यूक्रेन में दुर्लभ खनिज भंडारः विश्व आर्थिक मंच के अनुसार यूक्रेन लिथियम, बेरिलियम, मैंगनीज, गैलियम, ज़िरकोनियम, ग्रेफाइट, एपेटाइट, फ्लोराइट और निकल का एक प्रमुख संभावित आपूर्तिकर्ता है. राज्य भूवैज्ञानिक सेवा ने कहा कि यूक्रेन के पास यूरोप के सबसे बड़े पुष्टि किए गए भंडारों में से एक है. जिसका अनुमान 500,000 मीट्रिक टन है. लिथियम - बैटरी, सिरेमिक और ग्लास के लिए महत्वपूर्ण है.