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रूसी हमले के बाद अंधेरे में डूबा आधा यूक्रेन, परमाणु बिजलीघर पर बढ़ा संकट

रूस के हमलों के बाद यूक्रेन के बिजली नेटवर्क पर जोखिम मंडराने लगा है. साथ ही परमाणु बिजलीघरों की सुरक्षा भी संदिग्ध हो गई है.

Russia Ukraine War
प्रतीकात्मक तस्वीर. (AP)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 12 hours ago

कीव: रूस के ताजा हमलों ने यूक्रेनी बिजली दिग्गज DTEK के स्वामित्व वाले पांच में से तीन काम कर रहे थर्मल प्लांट को निशाना बनाया. उनमें से एक अभी भी ऑफलाइन है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जो राष्ट्रीय ग्रिड को हुए नवीनतम झटके की गंभीरता को दर्शाता है. DTEK यूक्रेन का सबसे बड़ा निजी बिजली उत्पादक है. यह फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने से पहले देश की बिजली की जरूरतों का एक चौथाई हिस्सा पूरा करता था.

इसी साल मार्च के महीने में इस प्लांट ने दोबारा बिजली उत्पादन शुरू कर दिया था. लेकिन रूस ने रविवार को 200 से अधिक मिसाइलों और ड्रोनों की बौछार की. जिससे सर्दियों के शुरू होने के साथ ही पहले से ही लड़खड़ा रही ऊर्जा प्रणाली के बारे में चिंता फिर से बढ़ गई. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि इन हमलों के बाद यूक्रेन के 40 प्रतिशत हिस्से में अंधेरा छा सकता है. गुरुवार को कीव में पहली बर्फबारी हुई. DTEK को हुए नुकसान का पहली बार विवरण बताते हुए, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि तीन बिजली स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गए. एक अभी भी पूरी तरह से ऑफलाइन है. यह स्पष्ट नहीं था कि उन्हें पूरी तरह से ठीक करने में कितना समय लगेगा.

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुई दो सुविधाओं ने आंशिक रूप से बिजली उत्पादन फिर से शुरू कर दिया है. राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि ऊर्जा के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है. हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया.

कीव अक्सर नुकसान के पैमाने के बारे में जानकारी देने से बचता रहा है. ताकि रूस उस डेटा का इस्तेमाल अपने भविष्य के हमलों को बेहतर ढंग से करने से रोक सके. नाम न बताने की शर्त पर एक ऊर्जा अधिकारी ने मीडिया को बताया कि बिजली उत्पादन सुविधाओं पर हमला किया गया. उन्हें नुकसान पहुंचा है. अधिकारी ने मीडिया को बताया कि रूसी हमलों में वितरण स्टेशनों को भी निशाना बनाया गया है.

ऊर्जा अधिकारियों ने सोमवार को घोषणा की कि महीनों में पहली बार पूरे देश में घंटों तक बिजली गुल रहेगी. जिससे युद्ध की पहली सर्दियों की यादें ताजा हो गई हैं. जब पानी और बिजली की आपूर्ति कभी-कभी कई दिनों तक बाधित रहती थी. यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि रूस ने और हमले करने के लिए सैकड़ों मिसाइलें जमा कर ली हैं. उन्होंने विनाशकारी पूर्वानुमानों के प्रति आगाह किया है, जो उनके अनुसार रूस के हाथों में खेलती हैं और दहशत की भावना पैदा करती हैं.

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