तेल अवीव:लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ इजराइल का सैन्य अभियान जारी है. हिजबुल्लाह से जमीन संघर्ष के साथ-साथ इजराइली सेना लेबनान पर भीषण बमबारी कर रही है. इजराइल के हवाई हमलों में 2,000 से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं. हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की भी मौत हो चुकी है.
हिजबुल्लाह से संघर्ष के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान के लोगों के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया है. नेतन्याहू ने अपने संदेश में कहा, "आपके पास लेबनान को बचाने का अवसर है, इससे पहले कि यह गाजा की तरह विनाश और पीड़ा के गर्त में चला जाए."
उन्होंने लेबनानी लोगों को संबोधित करते हुए कहा, क्या आपको याद है जब आपके देश को मध्य-पूर्व का मोती कहा जाता था? मुझे याद है. लेबनान का क्या हुआ? अत्याचारियों और आतंकवादियों के एक गिरोह ने इसे बर्बाद कर दिया. लेबनान कभी अपनी सहिष्णुता और सुंदरता के लिए जाना जाता था. आज यह अराजकता और युद्ध का स्थान बना चुका है.
उन्होंने कहा, इजराइल ने 25 साल पहले लेबनान से अपनी सेना हटा ली थी. लेकिन वास्तव में लेबनान पर विजय प्राप्त करने वाला देश इजराइल नहीं है, बल्कि ईरान है. ईरान लेबनान की कीमत पर अपने हितों के लिए हिजबुल्लाह को फंडिंग करता है और हथियार मुहैया करता है. हिजबुल्लाह ने लेबनान को गोला-बारूद के भंडार और एक ईरानी सैन्य अड्डे में बदल दिया है.
इजराइली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि एक साल पहले 7 अक्टूबर के नरसंहार के ठीक एक दिन बाद हिजबुल्लाह इजराइल के खिलाफ युद्ध में शामिल हो गया. इसने हमारे शहरों और हमारे नागरिकों पर बिना उकसावे के हमला किया. इसके बाद से इसने इजराइल पर 8,000 से अधिक मिसाइलें दागी हैं, जिसमें यहूदी, ईसाई, मुस्लिम और ड्रूज नागरिक मारे गए हैं.
हमने हिजबुल्लाह को खत्म करने का फैसला किया है...
नेतन्याहू ने आगे कहा कि इजराइल ने हिजबुल्लाह को खत्म करने का फैसला किया है. हमने अपने लोगों को सुरक्षित उनके घरों में वापस भेजने के लिए जो भी जरूरी होगा, वह करने का फैसला किया है. इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है. इजराइल को जीतने का भी अधिकार है! और इजराइल जीतेगा!
उन्होंने कहा कि हमने हिजबुल्लाह की क्षमताओं को कमजोर कर दिया है; हमने हजारों आतंकवादियों को मार गिराया है, जिनमें नसरल्लाह खुद और उसके संभावित उत्तराधिकारी शामिल हैं. अब हिजबुल्लाह कमजोर हो गया है.
लेबनानी लोग महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं...
नेतन्याहू ने आगे कहा कि अब आप, लेबनानी लोग, एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं. यह आपकी पसंद है. आप अपना देश वापस ले सकते हैं. आप इसे शांति और समृद्धि के रास्ते पर वापस ला सकते हैं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो हिजबुल्लाह आपकी कीमत पर घनी आबादी वाले इलाकों से इजराइल से लड़ने की कोशिश करता रहेगा. उसे इस बात की परवाह नहीं है कि लेबनान को बड़े युद्ध में घसीटा जाए.
खड़े हो जाओ और अपना देश वापस ले लो...
उन्होंने कहा कि आप लेबनान को उसके शांतिपूर्ण दिनों में वापस लाने के हकदार हैं; आप एक ऐसे लेबनान के हकदार हैं जो अलग हो. इन आतंकवादियों को अपने भविष्य को और अधिक नष्ट न करने दें, जितना उन्होंने पहले ही कर दिया है. खड़े हो जाओ और अपना देश वापस ले लो. आपके पास एक ऐसा अवसर है जो दशकों से मौजूद नहीं था. अपने बच्चों और नाती-नातिनों के भविष्य की देखभाल करने का अवसर. आपके पास लेबनान को बचाने का अवसर है. इससे पहले कि यह एक लंबे युद्ध की खाई में गिर जाए.
नेतन्याहू ने अंत में कहा, "आप में से हर कोई अपने भविष्य के लिए एक कदम उठा सकता है. आप बदलाव ला सकते हैं. मैं लेबनान के लोगों से कहता हूं: अपने देश को हिजबुल्लाह से आजाद करो ताकि यह युद्ध समाप्त हो सके."
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