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भारत अब सिख अलगाववादी की हत्या की जांच में सहयोग कर रहा है: पूर्व कनाडाई एनएसए - भारत कनाडा संबंध

Canada India separatist probe : कनाडा में सिख अलगाववादी नेता की हत्या के बाद से दोनों देशों के संबंध पर असर पड़ा है. अक्टूबर में कनाडा के राजनयिकों की छूट रद्द किए जाने की धमकी के बाद 41 कनाडाई राजनयिकों ने भारत छोड़ दिया, जो अब तक वापस नहीं लौटे हैं. इस बीच पूर्व कनाडाई एनएसए का बयान सामने आया है.

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भारत कनाडा संबंध

By PTI

Published : Jan 28, 2024, 3:42 PM IST

ओटावा: कनाडा की एक पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा है कि ब्रिटिश कोलंबिया में एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या के संबंध में जारी जांच में भारत अब कनाडा के साथ सहयोग कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में महीनों के तनाव के बाद द्विपक्षीय संबंधों में सुधार हो रहा है.

कनाडा की पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोडी थॉमस ने शुक्रवार को 'सीटीवी' के साथ साक्षात्कार में द्विपक्षीय रिश्तों में इस बदलाव को 'नई शुरुआत' बताया. उन्होंने कहा कि भारत पिछले साल जून में कनाडा के सरे शहर में खालिस्तानी अलगाववादी और नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में जारी जांच में अब सहयोग कर रहा है.

यह पहली बार है जब कनाडा के किसी अधिकारी ने स्वीकार किया है कि निज्जर की हत्या की जांच में नई दिल्ली के असहयोग संबंधी कनाडाई आरोपों के बाद भारत ने इस दिशा में प्रगति दिखाई है.

हत्या में भारत की संदिग्ध संलिप्तता के बारे में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोप के बाद पिछले साल दोनों देशों के बीच संबंधों में कुछ कड़वाहट देखी गई थी. भारत ने इसे 'बेतुका और आधारहीन' बताते हुए इन आरोपों से इनकार किया था. छब्बीस जनवरी को सेवानिवृत्त हुईं थॉमस की टिप्पणी पर भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.

भारत ने कहा है कि कनाडा ने कभी भी अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत या जानकारी साझा नहीं की है कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल थे. थॉमस ने कहा, 'मैं उन्हें असहयोग करने वाला नहीं कहूंगी.'

साक्षात्कार के दौरान थॉमस ने कनाडा और भारत के बीच बदलते संबंधों को एक 'नई शुरुआत' बताया और कहा कि कनाडा ने 'रिश्ते में प्रगति की है.' थॉमस ने कहा, 'भारत में अपने समकक्ष के साथ मेरी चर्चा फलदायी रही है और मुझे लगता है कि उन्होंने इस दिशा में प्रगति की है.'

यह पूछे जाने पर कि क्या भारत के साथ कनाडा के बेहतर रिश्ते अमेरिकी धरती पर खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश में एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ अमेरिकी अभियोग का परिणाम थे, इस पर थॉमस ने कहा, 'निश्चित रूप से दोनों मामले एक दूसरे से जुड़े हुए हैं.'

थॉमस ने कहा, 'उन्होंने (अमेरिका ने) जिस जानकारी का खुलासा किया वह भारत के साथ हमारी स्थिति और हमारे दावों का समर्थन करती है. भारत इसे सुलझाने के लिए कनाडा के साथ और खासकर मेरे समकक्ष के साथ मिलकर काम कर रहा है.' हिंद-प्रशांत में कार्य करने की कनाडा की क्षमता भारत के साथ स्वस्थ संबंध पर निर्भर करती है.

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हम इस दिशा में फिर से काम कर रहे हैं.' थॉमस को जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार की भूमिका के लिए नियुक्त किया गया था.

उन्होंने 'सीबीसी न्यूज' के साथ एक अन्य साक्षात्कार में कहा कि कनाडा महीनों के तनावपूर्ण संबंधों के बाद भारत के साथ 'एक स्वस्थ रिश्ता बहाल करने की दिशा में काम कर रहा है.' अक्टूबर में कनाडा के राजनयिकों की छूट रद्द किए जाने की धमकी के बाद 41 कनाडाई राजनयिकों ने भारत छोड़ दिया, जो अब तक वापस नहीं लौटे हैं.

आरोपों पर चर्चा करने के लिए कई बार भारत आ चुकीं थॉमस ने कहा कि भारतीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया 'वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण' और 'थोड़ा आश्चर्यचकित करने वाली' थी. रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) निज्जर के मामले की जांच कर रही है.

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