यरूशलम: हमास तीन और इजराइली बंधकों को आज रिहा कर सकता है. इन तीनों बंधकों के नाम भी सामने आए हैं. वहीं, इजराइल इसके बदले 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. संघर्ष विराम-बंधक समझौते के तहत मध्यस्थ देशों के माध्यम से ये सब प्रक्रिया हो रही है.
जिन तीन इजरायली बंधकों को रिहा किया जाना है उनमें 56 वर्षीय ओहद बेन अमी, 52 वर्षीय एली शराबी और 34 वर्षीय ऑर लेवी शामिल हैं. ओहद बेन अमी इजरायली-जर्मन दोहरी नागरिकता रखते हैं. बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजराइल पर हमास के नेतृत्व वाले हमले में इन्हें बंधक बना लिया गया था. तब से वे हमास की कैद में हैं.
शराबी को किबुत्ज बेरी से बंदी बनाया गया था. ये एक सामुदायिक फार्म है और हमास के हमले में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. उनकी पत्नी लियान और नाबालिग बेटियों को हमास के लड़ाकों ने मार डाला था. तीन बच्चों के पिता बेन अमी को उसी समुदाय से बंधक बनाया गया था, जहां वे किबुत्ज अकाउंटेंट थे. उनकी पत्नी को नवंबर 2023 में एक संक्षिप्त युद्धविराम के दौरान रिहा कर दिया गया.
लेवी, रिशोन लेजियन शहर के एक कंप्यूटर प्रोग्रामर हैं. उन्हें दक्षिणी इजराइल में नोवा संगीत समारोह के पास एक आश्रय से लड़ाकों अपहरण कर लिया था. हमले के दौरान उनकी पत्नी की मौत हो गई थी. दंपति के छोटे बेटे को परिवार के सदस्यों की देखरेख में रखा गया है. हमास ने अब तक 18 बंधकों को रिहा किया है, जिनमें हमले के दौरान इजराइल में पकड़े गए पांच थाई नागरिक भी शामिल हैं.
पिछले सप्ताह इस समझौते के बाद इजराइल ने 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था. बंधकों की रिहाई ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा से सभी फिलिस्तीनियों को हटाने और इसे एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में पुनर्विकसित करने की इच्छा जाहिर की है. हालांकि इसकी व्यापक रूप से आलोचना की जा रही है.