नई दिल्ली : पाकिस्तान में गुरुवार को आम चुनाव है. तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. चुनाव प्रचार एक दिन पहले ही थम चुका है. इस चुनाव पर सबकी नजर बनी हुई है. पाकिस्तानी चुनाव आयोग के अनुसार कुल 90,675 मतदान केंद्रों पर मतदान करवाए जाएंगे. कुल 5121 उम्मीदवार अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. ये चुनाव पाकिस्तान के निचले संसद, नेशनल असेंबली, के लिए हो रहे हैं. सामान्य सीटों की संख्या 266 है, इन्हीं सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं.
इसके अलावा पाकिस्तान के चार प्रांतीय विधानसभाओं की 593 सामान्य सीटों के लिए भी मतदान हो रहे हैं. इनमें कुल 12695 उम्मीदवार अपनी तकदीर आजमा रहे हैं. चुनाव होने तक मीडिया पर सभी प्रकार के सर्वे के प्रकाशन पर प्रतिबंध है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान में 1947 से लेकर 1970 तक कोई भी नेशनल चुनाव नहीं हुए.
पाकिस्तान में पहली बार आम चुनाव 1970 में हुए. इस चुनाव के परिणामों की वजह से ही पाकिस्तान दो फांक हो गया और बांग्लादेश का जन्म हुआ.
1977 के आम चुनाव में पीपीपी के जुल्फिकार अली भुट्टो पर चुनाव में धांधली के लगे आरोप. सेना ने सत्ता पर जमाया कब्जा.
1985 में जनरल जिया उल हक ने चुनाव में किया हस्तक्षेप. कठपुतली सरकार का गठन करवाया. यह दूसरा चुनाव था, जिसमें किसी भी राजनीतिक पार्टी को भाग लेने का अनुमति नहीं दी गई थी. इससे पहले 1962 में भी ऐसा ही हुआ था. उस समय जनरल अयूब खान शासन में थे.