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पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के बीच तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन पहुंचे पाकिस्तान, कश्मीर मुद्दे को सुलझाने का आग्रह किया - TURKISH PRESIDENT ERDOGAN PAK VISIT

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन गुरुवार को पाकिस्तान पहुंचे. एयरपोर्ट पर उनका राष्ट्रपति जरदारी ने स्वागत किया.

Pakistan PM Shahbaz Sharif meets Turkish President Erdogan
तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन से पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने मुलाकात की (AP)

By PTI

Published : Feb 13, 2025, 7:27 PM IST

इस्लामाबाद : पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन गुरुवार को पाकिस्तान पहुंचे. इस दौरान एर्दोगन ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से इस्लामाबाद में उनके कार्यालय में मुलाकात की और गाजा के हालात समेत कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की.

एर्दोगन कड़ी सुरक्षा के बीच अपने होटल से निकले और तुर्की एवं पाकिस्तान के पारंपरिक परिधान पहने लोगों ने उनका स्वागत किया. लोग उनके स्वागत के लिए शहर की एक प्रमुख सड़क पर खड़े थे जिसे तुर्की और पाकिस्तान के झंडों से सजाया गया था. राष्ट्रपति के काफिले के सड़क पर आगे बढ़ने के बीच लोग ढोल की थाप पर नाचते दिखे.

वहीं दो दिवसीय यात्रा पर पाकिस्तान पहुंचे राष्ट्रपति एर्दोगन ने पीएम शहबाज शरीफ के साथ आमने-सामने की वार्ता और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद कहा कि कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए जिसमें कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं पर उचित विचार किया जाना चाहिए.

इस दौरान दोनों पक्षों के बीच 24 समझौतों समेत एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ. इसके बाद एर्दोगन ने मीडिया को दिये बयान में कश्मीर मुद्दे पर बात की.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा राज्य और हमारा राष्ट्र, अतीत की तरह आज भी हमारे कश्मीरी भाइयों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है.’’ भारत ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख देश का अभिन्न अंग थे, हैं और ‘हमेशा रहेंगे’.

बता दें कि भारत द्वारा 5 अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ गई है.

अपने बयान में राष्ट्रपति एर्दोगन ने पाकिस्तान के साथ संबंधों को बढ़ावा देने में भी गहरी दिलचस्पी दिखाई. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी परिषद के सातवें सत्र में, जिसे हमने अभी-अभी समाप्त किया है, हम अपने संबंधों को और मजबूत करने पर सहमत हुए हैं. इस यात्रा के दौरान, हमने व्यापार, जल संसाधन, कृषि, ऊर्जा, संस्कृति, परिवार और सामाजिक सेवाओं के साथ-साथ विज्ञान, बैंकिंग, शिक्षा, रक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में कुल 24 समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए हैं.’’

इस अवसर पर शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान तुर्की के नेता का दूसरा घर है और यहां पांच साल बाद उनका फिर से आना अद्भुत है. उन्होंने भूकंप और बाढ़ के दौरान पाकिस्तान के साथ खड़े रहने के लिए तुर्की का आभार जताया. शहबाज ने कहा, ‘‘आज आपकी पाकिस्तान यात्रा ने हमारे भाईचारे के संबंधों को एक नई ऊंचाई दी है.’’

प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सुबह-सुबह नूर खान हवाई अड्डे पर एर्दोगन का स्वागत किया. तुर्की के राष्ट्रपति के साथ प्रथम महिला एमीन एर्दोगन और निवेशकों और व्यापार जगत के लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल भी था. एर्दोगन और शहबाज ने प्रधानमंत्री आवास पर एक पौधा भी लगाया. सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भी एर्दोगन से मुलाकात की.

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