नई दिल्ली: जून 2025 में होने वाले हज से पहले सऊदी अरब ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई सख्त नियमों की घोषणा की है. देश ने इस साल हज पर बच्चों को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, इसने सख्त वीजा नियम, बेहतर सुरक्षा उपाय और एडवांस बुनियादी ढांचे को भी लागू किया है.
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सऊदी द्वारा उठाए जा रहे इन सख्त कदमों के पीछे की वजह किया है. बता दें कि सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि यह फैसला हर साल बढ़ती भीड़ को लेकर ये फैसला लिया गया है.
बच्चों पर प्रतिबंध
सऊदी अरब ने पुष्टि की है कि इस साल हज पर बच्चों को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. सऊदी हज और उमराह मंत्रालय ने कहा कि हर साल भीड़भाड़ से जुड़े संभावित खतरों से बच्चों को बचाने की आवश्यकता है. मंत्रालय ने कहा, "यह कदम बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हज यात्रा के दौरान किसी भी संभावित नुकसान को कम करने के लिए उठाया गया है."
सख्त वीजा नियम
बच्चों पर प्रतिबंध के साथ-साथ सऊदी अरब ने अपनी वीजा नीति में भी बदलाव किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने पर्यटन, व्यवसाय और परिवार के दौरे के लिए निर्दिष्ट देशों से एक साल का मल्टी-एंट्री वीजा को अनिश्चित काल के लिए सस्पेंड कर दिया है. 1 फरवरी से भारत सहित 14 देशों के नागरिक केवल सिंगल-एंट्री वीजा के लिए पात्र हो सकते हैं, जो 30 दिनों के लिए वैध है.
ये नियम अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, भारत, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सूडान, ट्यूनीशिया और यमन से आने वाले लोगों को प्रभावित करेंगे.
इस कदम का उद्देश्य अनधिकृत हज यात्रा करने की प्रथा पर अंकुश लगाना है, जो भीड़भाड़ का कारण बनती है. अतीत में, सऊदी अरब के लिए मल्टी-एंट्री वीजा वाले कई लोग बिना रजिस्ट्रेशन के हज में भाग लेते थे. नए वीजा नियम के तहत, तीर्थयात्रियों को अब पवित्र स्थल तक पहुंचने के लिए अधिक जटिल और महंगी प्रक्रिया से गुजरना होगा.
नया पेमेंट सिस्टम
हज 2025 सत्र के लिए रजिस्ट्रेशन आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है. सऊदी नागरिक और निवासी नुसुक ऐप या आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं. नए नियमों के अनुसार, आवेदकों को अपनी जानकारी वेरिफाई करनी होगी और उनके साथ यात्रा करने वाले किसी भी साथी को पंजीकृत करना होगा.