छोटे बच्चों को रोने और भूख लगने पर माता-पिता उन्हें बिस्कुट दे देते हैं. बच्चे भी इन्हें खाना बहुत पसंद करते हैं. कई माताएं अपने बच्चों को स्तनपान के बाद भी बिस्कुट खिलाती हैं. वहीं, जब कभी लंबी यात्रा पर भी लोग जाते हैं तो रास्ते के लिए बिस्कुट ले जाते है. भूख लगने पर अपने बच्चों को यही खिलाते है. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को बिस्कुट देने से उनकी सेहत खराब हो सकती है. डॉक्टरों के द्वारा चेतावनी दी गई है कि ज्यादा बिस्कुट खाने से बच्चों को कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. आइए इस खबर के माध्यम से जानते है क्या कहना है इसपर डॉक्टरों का...
मोटापा, शुगर: बिस्कुट आमतौर पर आटा, हानिकारक फैट, हाई सोडियम, चीनी और आर्टिफिशियल मिठास का उपयोग करके बनाए जाते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि ये पदार्थ बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता हैं. डॉक्टरों का ऐसा मानना है कि इसे खाने से बच्चों के शरीर में कैलोरी बढ़ जाती है, जिससे उनका वजन काफी बढ़ सकता है. इसके साथ ही बिस्कुट ज्यादा खाने वाले बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज का भी खतरा बना रहता है.
2018 में जर्नल ऑफ पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया कि बिस्कुट में अनहेल्दी फैट होता है, जो बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके साथ ही मोटापे और टाइप 2 मधुमेह का कारण भी बन सकता है. इस शोध में यूनाइटेड किंगडम के लिवरपूल विश्वविद्यालय में पोषण विज्ञान की प्रोफेसर डॉ. एम्मा बॉयलैंड ने भाग लिया था. एनआईएच टीम ने भी इसी बात का खुलासा किया है.(नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन रिपोर्ट के लिए यहां क्लिक करें). इसके अलावा अन्य परेशानियां भी होने की संभावना है. वह है...
कब्ज: डॉक्टरों का कहना है कि बिस्कुट बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला मैदा और आटा दोनों ही स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि गेहूं के आटे को प्रोसेस्ड करने से इसके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं. बता दें, प्रोसेस्ड मैदा का आटा सेहत के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है. इसलिए इनसे बने बिस्किट बच्चों को खिलाने से उनका पाचन धीमा हो जाता है. प्रोसेस्ड मैदा और आटा को लेकर यह भी खबर सामने आई है कि इसे खाने से बच्चों की आंत की कार्यप्रणाली को धीमा हो जाता है और यह बच्चों के विकास को भी प्रभावित कर सकता है. इसके अलावा ऐसा कहा जाता है कि बिस्किट ज्यादा खिलाने से बच्चों को कब्ज की समस्या हो जाती है.