हैदराबाद: हमारे शरीर को रोगों से बचाने, शरीर के सभी अंगों व तंत्रों के सुचारु व सक्रिय रूप से कार्य करने तथा शरीर में ऊर्जा व कार्य करने की शक्ति को बनाए रखने सहित बहुत से कारणों के शरीर को आहार व वातावरण से मिलने वाले पोषण की जरूरत होती है. ये पोषक तत्व कई प्रकार के होते हैं जैसे प्रोटीन, Vitamin तथा मिनरल्स आदि. शरीर के लिए इन सभी पोषक तत्वों की अलग-अलग मात्रा में जरूरत होती है वहीँ कई बार Vitamin की कमी शरीर में कई रोगों व समस्याओं का कारण भी बन सकती है.
Vitamin की जरूरत : नई दिल्ली की आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ दिव्या शर्मा बताती हैं कि शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से एक विटामिन भी है. मुख्य प्रकारों तथा उप प्रकारों को मिलकर विटामिन के कुल 13 प्रकार माने जाते हैं. जो शरीर के अलग-अलग अंगों के संचालन व उन्हे स्वस्थ व रोग मुक्त रखने तथा शरीर के विकास के लिए जरूरी माने जाते हैं. ये विटामिन हमारे मस्तिष्क, पाचन तंत्र, हड्डी तंत्र, मांसपेशियों, नेत्र व ह्रदय सहित शरीर के सभी तंत्रों के संचालन व उन्हे स्वास्थ्य रखने के साथ बालों व त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और कम व ज्यादा गंभीर बीमारियों से सुरक्षा व उनके होने की अवस्था में उनसे लड़ने, शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत, रखरखाव और निर्माण करने में मदद करने का कार्य कार्य करते हैं.
अलग-अलग प्रकार के Vitamin के शरीर में कार्य तथा उनकी कमी से होने वाली समस्याओं व रोगों के बारे में जानकारी देते हुए डॉ दिव्या बताती हैं कि शरीर में हर विटामिन की संयमित मात्रा में जरूरत होती है जो हमें आहार तथा वातावरण से मिलते हैं. लेकिन किसी भी कारण से यदि शरीर में किसी प्रकार के विटामिन की कमी होने लगे तो यह कई रोगों या समस्याओं का कारण भी बन सकती है. अलग-अलग Vitamin का महत्व तथा उनकी कमी से होने वाली समस्याएं
विटामिन ए:
Vitamin A अच्छी दृष्टि प्रदान करने, प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने, हृदय, गुर्दे और फेफड़ों के सही ढंग से काम करने सहित कई कार्यों में मदद करता है. इसकी कमी से रतौंधी व आंखों से जुड़ी कुछ अन्य समस्याओं, त्वचा संबंधी समस्याओं ,फटे होंठ, एक्जिमा,घाव भरने में ज्यादा समय लगना, बच्चों के शारीरिक विकास में देरी तथा महिलाओं व पुरुषों दोनों में प्रजनन संबंधी समस्याएं जैसे इनफर्टिलिटी या गर्भधारण में परेशानी सहित कई समस्याएं हो सकती हैं.
विटामिन बी:
Vitamin B के 8 समूह माने जाते हैं ,बी1,बी2,बी3,बी5,बी6,बी7,बी9,बी 12. जो संयुक्त रूप से हमारे शरीर को नई रक्त कोशिकाओं को बनाने, आहार को ऊर्जा में बदलने, त्वचा को स्वस्थ रखने, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने तथा मस्तिष्क के विकास में मदद करने सहित कई कार्यों में मदद करते हैं. विटामिन बी की कमी से पोषण संबंधी विकार, भूलने की बीमारी, मानसिक भ्रम व कुछ अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, एनीमिया, नसों में समस्या व हाथों और पैरों में लगातार झुनझुनी, शरीर के संतुलन की समस्याएं, थकावट , कमजोरी , चिड़चिड़ापन, उदासी , दिल की धड़कन में अनियमितता या कार्डियोवैस्कुलर बीमारियां , इनफर्टिलिटी तथा कई बार कैंसर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
विटामिन सी:
Vitamin C हड्डी, त्वचा व कनेक्टिव टिश्यू के निर्माण व मरम्मत, रक्त वाहिकाओं के सामान्य कामकाज, दांतों व मसूड़ों के स्वास्थ्य, आयरन को अवशोषित करने, लाल रक्तवाहिकाओं के निर्माण, फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान, संक्रमण से बचाव तथा जलने व अन्य घावों को भरने में मदद करने सहित कई तरह के कार्यों में मदद करता है. इसकी कमी से शरीर में खराब मेटाबोलिज़्म, जल्दी-जल्दी बीमार होना, मांसपेशियों में कमजोरी, दर्द व अकड़न, ब्लीडिंग गम्स, एक्मोसिस, स्कर्वी, क्रोनिक इंफ़्लेमेशन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, पैरों में रैश, बालों व त्वचा में समस्या तथा एनीमिया सहित कई समस्याएं हो सकती हैं.