हैदराबाद: मानसून के मौसम में कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन आपकी सेहत व इम्यूनिटी को बेहतर बनाने और बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है. ये जड़ी-बूटियां प्राकृतिक तरीके से आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती हैं और आपको ताजगी महसूस कराती हैं. इनका नियमित व संयमित मात्रा में उपयोग ना सिर्फ मानसून के मौसम में होने वाले अलग-अलग प्रकार के संक्रमणों ओर रोगों जैसे कि सर्दी, खांसी, बुखार और पाचन संबंधी समस्याएं आदि से बचा सकता है बल्कि आपको स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने में भी मदद करता है.
भोपाल के वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ राजेश शर्मा बताते हैं कि मानसून के मौसम में वातावरण में ज्यादा नमी कई तरह के बैक्टीरिया के पनपने का कारण बनती है. वहीं इस मौसम में आहार के जल्दी खराब होने जैसी तथा पानी से जुड़ी कई अन्य परेशानियां भी रहती हैं. जो कई बार गंभीर परेशानियों का कारण बनती हैं. कुल मिलाकर यह कहना गलत नहीं होगा कि इस मौसम में ऐसे बहुत के कारक होते हैं जो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकते हैं.लेकिन यदि आपकी Immunity Strong हो तो इन मौसमी संक्रमणों व बीमारियों के प्रभाव में आने से काफी हद तक बचा जा सकता है.
लाभकारी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां : वह बताते हैं कि कुछ महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां होती हैं जो मानसून में सेहत को दुरुस्त रखने में मदद कर सकती हैं. जिनमें से कुछ तथा उनके उपयोग के कुछ तरीके इस प्रकार हैं.
गिलोय :
गिलोय एक अत्यंत प्रभावी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है और बुखार, सर्दी जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करती है. प्रतिदिन गिलोय के रस या उसकी डंडी को उबालकर बनाए गए काढ़े के सेवन से या इसके कैप्सूल के सेवन से Immunity Strong होती है तथा मौसमी संक्रमण व बुखार में राहत मिलती हैं . साथ ही इसके सेहत को कई अन्य तरह के लाभ भी मिलते हैं.
अश्वगंधा :
अश्वगंधा एक अद्भुत आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो तनाव को कम करती है और ऊर्जा को बढ़ाती है. यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करती है. अश्वगंधा पाउडर को दूध या पानी में मिलाकर पीने या इसके कैप्सूल या टैबलेट का सेवन करने से ना सिर्फ Strong Immunity होती है बल्कि रोगों व संक्रमणों से बचने के लिए शरीर मजबूत होता है.
तुलसी:
तुलसी एक प्रमुख आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो अपने एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों के लिए जानी जाती है. इसका कई औषधियों में भी इस्तेमाल होता है. यह सर्दी, खांसी, और बुखार जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करती है. तुलसी के पत्तों को चबाकर खाएं या इसकी चाय बनाकर पिएं. यही नहीं अगर एक गिलास पानी में 5-7 तुलसी के पत्ते डालकर , उन्हें उबाल कर और फिर उसे छानकर पीया जाय तो उससे भी सेहत को काफी लाभ मिलते हैं.
अदरक :
अदरक अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए प्रसिद्ध है. यह पाचन को सुधारता है और सर्दी-जुकाम में राहत देता है. बरसात में मौसम में अदरक डालकर चाय पीने, तथा काली चाय या ग्रीन टी में या सादे पानी में भी अदरक डाल व उबालकर उसमें शहद और नींबू का रस मिलाकर पीने से सेहत को काफी लाभ मिलता है. इसके अलावा अदरक को अच्छे से धोकर उसके टुकड़े को ऐसे ही या भूनकर चबाने से भी सेहत को कई लाभ मिलते हैं. यही नहीं खाने में अदरक का प्रयोग करना भी काफी लाभकारी रहता है.