हैदराबाद: देश के ज्यादातर हिस्सों में आजकल गर्मी चरम पर है और लोगों के लिए कई समस्याओं का कारण बन रही है. गर्मी के मौसम में बहुत सी समस्याएं लोगों को परेशान करती हैं जिनमें से नकसीर फूटना भी एक है. नकसीर फूटना या नाक से खून आने की समस्या बच्चों व बड़ों सभी में नजर आ सकती है. जानकार इसके लिए गर्मियों में हीट स्ट्रोक को जिम्मेदार मानते हैं. हालांकि कुछ अन्य कारण भी हैं जिन्हें Nose bleeding के लिए जिम्मेदार माना जा सकता है.
नाक से ब्लीडिंग के कारण : केयर क्लिनिक नई दिल्ली के नाक कान गला- ENT रोग विशेषज्ञ डॉ के.के सिंह बताते हैं कि गर्मियों के मौसम में बहुत तेज धूप में खेलने या काम करने या हीट स्ट्रोक के प्रभाव में आने पर लोगों विशेषकर बच्चों में नकसीर फूटने या Nosebleeds की समस्या देखी जाती है. वह बताते हैं कि नाक में मौजूद रक्त वाहिकाएं ( Blood vessels ) काफी नाजुक होती हैं. जब ज्यादा गर्मी में तापमान बढ़ने की वजह से हवा में नमी कम होने लगती है, तो नाक के अंदर की त्वचा के साथ-साथ ये रक्त वाहिकाएं या छोटी ब्लड कैपिलरीज भी शुष्क होने लगती हैं. ऐसे में शुष्कता यदि ज्यादा बढ़ जाती है तो ये Blood vessels कई बार यह फट जाती हैं और उनसे खून आने लगता हैं. इसे नकसीर फूटना कहा जाता है.
वह बताते हैं कि ऐसा नहीं है की सर्दी के मौसम में नकसीर फूटने की समस्या नहीं हो सकती है. हवा में नमी की कमी होने पर सर्दियों में भी कुछ लोगों में नकसीर फूटने की समस्या हो सकती है लेकिन ऐसे मामले गर्मियों में ज्यादा देखने में आते हैं. वह बताते हैं कि नकसीर फूटने के अलावा भी कई अन्य कारण हैं जिनमें से Nose bleeding हो सकती है. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- कभी-कभी नाक की हड्डी यानी नेजल सेप्टम के टेढ़े होने का कारण भी नाक से खून आने की समस्या हो सकती है.
- गर्मी हो या सर्दी , खुश्क नाक में बार-बार उंगली डालकर नाक में सुखी व चिपकी हुई गंदगी को बाहर निकलने की कोशिश में कई बार Nose के अंदर की त्वचा छील जाती है. यह भी नाक से ब्लीडिंग का कारण बन सकता है.
- कई बार ज्यादा जुकाम होने पर भी नाक से म्यूकस के साथ खून आ सकता है.
- कई बार उच्च रक्तचाप की समस्या में तथा नाक या श्वसन तंत्र में संक्रमण होने की अवस्था में ऐसा हो सकता है.
- नाक या सिर में चोट लगने के कारण भी Nosebleeds हो सकता है.
- कुछ कम या ज्यादा गंभीर रोगों में नाक से खून आने को रोग का संकेत भी माना जाता है, जैसे एलर्जी, ब्लड क्लॉट डिसऑर्डर तथा कुछ प्रकार के कैंसर व ट्यूमर आदि.
सावधानी व बचाव
डॉ के.के सिंह बताते हैं कि सामान्य तौर पर किसी मौसम विशेष में या कभी-कभी नकसीर फूटने या नाक से कुछ बूंद खून निकलने को गंभीर समस्या नहीं माना जाता है. वैसे भी सामान्य तौर नकसीर के ज्यादातर मामलों में थोड़ी सी सावधानी अपनाने से नाक से ब्लीडिंग कुछ मिनटों में खुद ही बंद हो जाती है.
वह बताते हैं सामान्य मामलों में नकसीर फूटने पर सिर को बहुत हल्का सा पीछे करने और किसी सहारे से टिका लेने के बाद किसी गीले सूती कपड़े या रुई की मदद से नाक के छिद्रों को दबाने से आराम मिलता है. ऐसा करने से कपड़ा या रुई नाक से निकलने वाले रक्त को सोख भी लेती है. इसके बाद बर्फ के टुकड़ों को नाक के ऊपर रखकर सिकाई करने से ब्लीडिंग रुक जाती है. ध्यान रहे कि इस दौरान पीड़ित मुंह से धीरे धीरे सांस लेते रहें. ज्यादातर मामलों में इस प्रक्रिया से नाक से खून बहना बंद हो जाता है.