हैदराबाद :राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस हर साल 27 फरवरी को पूरे भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी मनाया जाता है. यह दिन हमारे शरीर के विकास और रख-रखाव के लिए, हमारे आहार में प्रोटीन के महत्व पर प्रकाश डालता है. प्रोटीन, चाहे पशु या पौधे के स्रोत से हों, जैविक अणु हैं जिन्हें हमारे शरीर के निर्माण खंड के रूप में जाना जाता है.
प्रोटीन दिवस 2024 थीम: 'प्रोटीन का अधिकार' ने वर्ष 2024 के लिए थीम के रूप में 'प्रोटीन के साथ समाधान' की घोषणा की. प्रोटीन का अधिकार, अमेरिकी सोयाबीन निर्यात परिषद द्वारा संचालित एक समर्पित जागरूकता पहल है. यूएस सोयाबीन एक्सपोर्ट काउंसिल (यूएसएसईसी) ने अपने पांचवें वर्ष को चिह्नित करते हुए, 27 फरवरी को मनाए जाने वाले प्रोटीन दिवस 2024 की थीम के रूप में "सॉल्व विद प्रोटीन" को जारी किया है. यह पहल व्यक्तियों, व्यवसायों और उद्योग जगत के नेताओं से आह्वान करती है. प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की बढ़ती मांग को संबोधित करने के लिए एकजुट हों, प्रोटीन समाधान प्रदान करें जो पूरे भारत और बड़े दक्षिण एशिया क्षेत्र के नागरिकों के लिए सुलभ हों.
इतिहास: भारत में राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस की स्थापना वर्ष 2020 में प्रोटीन का अधिकार जागरूकता अभियान के दौरान किया गया था. यह एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य पहल था. प्रोटीन दिवस का पहला आयोजन 27 फरवरी 2020 को हुआ.
प्रोटीन क्यों महत्वपूर्ण हैं: प्रोटीन को बॉडी बिल्डिंग ब्लॉक माना जाता है. यह शरीर का निर्माण करता है इसलिए इसका अलग-अलग रूपों में सेवन करना जरूरी है. शरीर के हार्मोन, एंजाइम आदि सभी में प्रोटीन होता है यानी प्रोटीन के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है. लेकिन, यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि किसी भी चीज की अधिकता स्वाभाविक रूप से दुष्प्रभाव डालती है.
अपना आहार संतुलित करें: आप जो भी खाएं, संतुलित तरीके से खाएं। खाना बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और हेल्दी फैट का स्रोत होना चाहिए। इससे पर्याप्त मात्रा में सुविधा मिलेगी. शरीर को प्रोटीन मिलेगा और आप स्वस्थ हो जायेंगे.
विविधता महत्वपूर्ण है:यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपके शरीर को आवश्यक सभी आवश्यक अमीनो एसिड मिल रहे हैं, विभिन्न खाद्य समूहों से प्रोटीन स्रोतों को शामिल करें.
पोषक तत्वों से भरपूर प्रोटीन स्रोत: